संदीप शुक्ला, ब्यूरो चीफ, ग्वालियर (मप्र), NIT:

यदि हम 5 मिनट गुस्सा करते हैं तो 2 घंटे की कार्यक्षमता हमारी घट जाती है, इसलिए परिस्थितियां कितनी भी विपरीत क्यों न हों, प्रतिक्रिया देने में कभी भी ज़ल्दबाज़ी नहीं करनी चाहिए। गुस्से और तनाव को कम करने के लिए हमें आवश्यक रूप से मेडिटेशन करना चाहिए। धैर्यपूर्वक यदि हम ऐसा करने का अभ्यास करेंगे तो गुस्से पर काबू कर सकेंगे। यह विचार ब्रह्माकुमारीज के वरिष्ठ राजयोग प्रशिक्षक एवं प्रेरक वक्ता बीके प्रहलाद भाई ने कंपू स्थित 3 म.प्र. एनसीसी गर्ल्स बटालियन ग्वालियर में आयोजित मेडीटेशन एवं पॉजिटिव थिंकिंग विषय पर आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किए।
प्रहलाद भाई ने कहा कि राजयोग मेडिटेशन से न सिर्फ आपका गुस्सा कम होगा, बल्कि विनम्र होकर आप शांतचित्त हो जाएंगे। इससे आपकी कार्यक्षमता कई गुनी बढ़ जाएगी। युवा विभिन्न गैर-जरूरी चीजों में भटकाव के चलते अपनी एकाग्रता खो देते हैं, जिससे उनका लक्ष्य कठिन हो जाता है। यदि वे अपने जीवन में सफलता अर्जित करना चाहते हैं तो हर दिन के लिए एक टाइम टेबल बना लें, उसी की अनुसार अपनी दिनचर्या करें। इससे समय की बहुत बचत होगी और आप निश्चित समय पर अपने काम को कर पाएंगे। उन्होंने बताया कि हम 10 फीसदी काम चेतन मन से और 90 फीसदी काम अवचेतन मन से करते हैं। हमेें हमेशा अच्छी और सकारात्मक सोच के साथ काम करेंगे तो जीवन में सफलता निश्चित है। उन्होंने बताया कि मन बुद्धि संस्कार से व्यक्त्वि बनता है। मन सोचता है, बुद्धि निर्णय लेती है। इन दोनों से मिलकर हमारा संस्कार बनता है, जिससे हमारी कार्यक्षमता बढ़ती हैं।

कार्यक्रम के अंत मे राजयोग ध्यान का अभ्यास सभी को कराया गया।
इस अवसर पर कर्नल सुखविंदर सिंह, सूबेदार मेजर ओमप्रकाश, अमरसिंह, बीएचएम सिकंदर, डीएफआर सुल्तान सिंह, अजीत सिंह, नायब सूबेदार नरेंद्र सिंह, राय सिंह, धमेंद्र सिंह, बीके बृजेंद्र सहित एनसीसी की 350 छात्रएं मौजूद रहीं।
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