मो. मुजम्मिल, जुन्नारदेव/छिंदवाड़ा (मप्र), NIT:

मुस्लिम महिला शिक्षा व साक्षरता को लेकर मुस्लिम बालिका शिक्षा पर कार्यक्रम का आयोजन मदरसा मोहम्मदिया वार्ड नंबर 7 जुन्नारदेव में किया गया। जिसमें डॉक्टर वकील, इंजीनियर, पुलिस इंस्पेक्टर, कॉलेज लेक्चरर, पूर्व प्रिंसिपल, स्कूल शिक्षिका, सेवानिवृत्त शिक्षक, महिला कल्याण समिति अध्यक्ष ने मुस्लिम महिला शिक्षा एवं साक्षरता पर सारगर्भित उद्बोधन दिया। इसी क्रम में लेक्चरर निदा नाज विद्या देवी कॉलेज ने कहा कि मुस्लिम बालिकाओं को अच्छा एजुकेशन देंगे तो अच्छा समाज बनेगा। डॉ आरती शासकीय हॉस्पिटल ने कहा कि बच्चियां पढ़ेगी लिखेगी तो आगे बढ़ेगी। कार्यक्रम में पूर्व प्रिंसिपल साबिर अली ने मुस्लिम बच्चियों को अधिक से अधिक शिक्षित करने पर जोर दिया। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि पूर्व में जिस तरह स्कॉलरशिप मुस्लिम समाज को दी जाती थी उसे पुनः प्रदान किया जाए। ताकि यह समाज भी देश की मुख्यधारा से जुड़ सकें। आगे उन्होंने कहा कि एक बेटी पढ़ गई, सात पीढ़ी तर गई। उन्होंने अपने उद्बोधन में 17 वर्ष की उम्र में नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाली मलाला यूसफ जई का शिक्षा के क्षेत्र में योगदान का उल्लेख किया।
शासकीय हॉस्पिटल की वरिष्ठ सिस्टर तबस्सुम खान ने नौकरी पेशा महिलाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि अब हमारे देश की लड़कियां पढ़ने में आगे बढ़ रही हैं। हमें भी लड़कियों को पढ़ाई के लिए मदद करना चाहिए। शा.नंदलाल स्कूल शिक्षिका तसनीम खान अपने विचार व्यक्त करते हुए बताया कि
शिक्षा मर्द औरत दोनों के लिए बराबर है। सभी को शिक्षा के समान अवसर मिलना चाहिए। इस कार्यक्रम में पुलिस विभाग की सब इंस्पेक्टर पूनम उइके ने शिक्षा ज्ञान को शेरनी के दूध से तुलना करते हुए कहा कि शिक्षा शेरनी का दूध है जो पियेगा वही दहाडेगा।मुस्लिम महिला शिक्षा के प्रोग्राम में श्री महिला कल्याण समिति अध्यक्ष श्रीमती माधुरी बत्रा ने कहा कि मुस्लिम बच्चों के एक हाथ में कुरआन दूसरे हाथ में कंप्यूटर होना चाहिए। तब ही वह देश के विकास में महती भूमिका निभा सकते हैं। अधिवक्ता अफसाना परवेज ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि कानून की जानकारी सभी को होना चाहिए। इसलिए पढ़ाई जरूरी है, सभी पढ़ें-सभी बढ़े। जनपद पंचायत
इंजीनियर रिजवाना खान ने कहा कि मुस्लिम समाज में महिलाएं शिक्षा में पीछे हैं उन्हें शिक्षा के अच्छे अवसर दिए जाएं। कार्यक्रम में स्वागत भाषण मदरसा अध्यक्ष मौलाना मोहम्मद आबिद अंसारी ने दिया। मंच संचालन मोहम्मद ताहिर यासमीन सैयद ने किया।
प्रोग्राम के अंत में विद्यार्थी प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस भव्य कार्यक्रम में परासिया से शिक्षक इकबाल खान, जी एस खान, नीतू चोरिया, राजेंद्र बाथरी, हाफिज इमरान, मौलाना उमेर तथा समस्त मदरसा स्टाफ पालक शिक्षक शिक्षिका एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।
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