यूसुफ खान, ब्यूरो चीफ, धौलपुर (राजस्थान), NIT:
बदलते युग में सोशल मीडिया कई क्षेत्रों में कारगर भी साबित हो रहा है, इसका जीता जागता उदाहरण है शुक्रवार को हुई एक ऐसी घटना जिसने रोते हुए परिवार के आंसू पोंछ दिए। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मुस्लिम ब्लड फाउंडेशन बाड़ी के सचिव मुस्तकिम अपने दैनिक कामों से निवृत्त होकर सोशल मीडिया पर समय बिता रहे थे तभी अचानक उन्होंने एक पोस्ट देखा जिसमें धौलपुर शहर के सरकारी अस्पताल में भर्ती बरैठा निवासी रेनू नाम की महिला का परिवार बी नेगेटिव रक्त मांग रहा था। संबंधित मरीज का ऑपरेशन से डिलेवरी होनी थी। ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर बी नेगेटिव रक्त की मांग कर रहे थे क्योंकि इस ग्रुप का रक्त ब्लड बैंक में उपलब्ध नहीं था इसलिए परिवार को रक्त की व्यवस्था करने में समस्या हो रही थी। तभी परिवार ने मदद मांगने के लिए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली जिसे पढ़कर मुस्लिम ब्लड फाउंडेशन अध्यक्ष इमरान सईद खान और मुस्लिम ब्लड फाउंडेशन के सचिव मुस्तकीम खान तुरंत अपने निजी वाहन से बाड़ी से जिला अस्पताल धौलपुर पहुंचे और मरीज को ब्लड डोनेट किया। मुस्तकीम की इस मदद ने उदास परिवार के चेहरे पर उम्मीद की किरण जगा दी। रक्तदान करके मुस्तकीम खान ने मां और बच्चे की जान बचा ली। अब मां और बच्चे स्वास्थ्य हैं।
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