मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, बुरहानपुर (मप्र), NIT:
बुरहानपुर में फ़ाज़िली उर्दू लिटरेरी एंड वेलफेयर सोसाइटी बुरहानपुर के तत्वधान में सेवा सदन महाविद्यालय बुरहानपुर के प्रज्ञा हॉल में एक रोज़ा सेमिनार व उनवान अख़्तर आसिफ़ हयातो खिदमात और बुरहानपुर के प्रसिद्ध शायर व क़लमकार डॉक्टर आरिफ़ अंसारी के काव्य संग्रह (शेअरी मजमुआ) ” तिलिस्म ए ऐहसास ” का इजराई प्रोग्राम (विमोचन समारोह) महाराष्ट्र के जलगांव की मशहूर मारूफ तालीमी शख्सियत अलहाज अब्दुल करीम सालार के शुभ हाथों से और सेवा सदन एजुकेशन सोसाइटी बुरहानपुर की सदरे नशीन मोहतरमा तारिका वीरेंद्र कुमार सिंह ठाकुर साहिबा की सदारत में अमल में आया। जलगांव की प्रसिद्ध तालीमी शख्सियत अलहाज अब्दुल करीम सालार साहब किसी परिचय के मोहताज नहीं है। आप वर्षों से तालिमी तहरीक वा मिशन से वाबस्ता हैं। इस अवसर पर आपने अपने संबोधन में मोटिवेशनल स्पीच देकर उर्दू के फरोग के लिए हौसला अफ़ज़ा बात कही। इस कार्यक्रम का संचालन सेवा सदन महाविद्यालय बुरहानपुर के उर्दू विभागाध्यक्ष एवं उर्दू रिसर्च सेंटर बुरहानपुर के डायरेक्टर डॉक्टर एस एम शकील ने फरमाई।इस के बाद बुरहानपुर के ख्याति प्राप्त दिवंगत शायर मरहूम अख्तर आसिफ़ हयातो खिदमात पर सेमिनार का इनऐक़ाद महाराष्ट्र के परभणी से पधारे प्रोफेसर नुरुल अमीन साहब की सदारत में अंजाम पाया। इस सेमिनार में मोइनुद्दीन उस्मानी जलगांव,, एम मुबीन भिवंडी,, प्रोफेसर वसीम अख्तर अंसारी ग्वालियर,, डॉक्टर शबाना निकहत जावरा एमपी,, सैयद रियासत अली रियासत बुरहानपुर,,एडवोकेट खलील अंसारी बुरहानपुर,,फरजाना अंसारी रिसर्च स्कॉलर बुरहानपुर,, जावेद राणा बुरहानपुर और अल्ताफ अंसारी रिसर्च स्कॉलर मोहम्मद रफीक अंसारी ने अपने रिसर्च पेपर प्रस्तुत किए। सेमिनार की निज़ामत के फराईज शिक्षक एवं शायद वकार आसिफी ने अंजाम दिए। शायर एवं प्रोफेसर जावेद राणा ने शुक्रिया अदा किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नगर के गणमान्य जन बुद्धिजीवी वर्ग शायर आदि उपस्थित थे।
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