विशेष प्रतिनिधि, जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:
विधानपरिषद नेता प्रतिपक्ष एकनाथ खडसे ने कहा है कि भाजपा के शासन में कानून व्यवस्था चरमराई हुई है। दिन-प्रतिदिन अपराधों में बढ़ोतरी हो रही है। जनप्रतिनिधियों पर जानलेवा हमले हो रहे हैं लेकिन भाजपा-शिंदे सरकार अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाने में नाकाम रही है। यातायात पुलिस के तबादलों में काफी कदाचार और भ्रष्टाचार है।
विधायक एकनाथराव खडसे ने विधान परिषद के अंतिम सप्ताह में प्रस्ताव पर हुई चर्चा में हिस्सा लिया, इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा।
विधान परिषद में खडसे ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लेते हुए आरोप लगाया कि राज्य में कानून व्यवस्था नाम शेष रह गई है, दंगे, हत्याएं, बलात्कार, चोरी आम बात हो रहे हैं। सरकार अपराध पर नकेल कसने में पूरी तरह असफल साबित हुई है जिसके फलस्वरूप पुलिस तंत्र भ्रष्ट हो गया है।पुलिस हस्तक्षेप में जनप्रतिनिधियों का दखल बढ़ गया है। खडसे ने गृह मंत्रालय का नाम लिए बिना हमला किया कि राज्य सरकार का पुलिस पर नियंत्रण नहीं रहा है।
महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मामले में महाराष्ट्र देश में तीसरे स्थान पर है। राज्य में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की दर बढ़ी है।
खडसे ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। इसका दायरा मुंबई-पुणे तक ही सीमित नहीं है बल्कि ऐसी घटनाएं पूरे महाराष्ट्र में घटित हो रही हैं।
महाराष्ट्र में जनप्रतिनिधियों पर हमले हो रहे हैं। विधायक भी सुरक्षित नहीं है। विधायक प्रज्ञा सातव पर हमला हुआ।
खड़से ने कहा कि उनका फोन 68 दिनों तक टैप किया गया। इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई गई थी। उन्होंने सदन के ध्यान में लाया कि जांच होने से पहले ही रश्मि शुक्ला को सरकार ने क्लीन चिट देकर प्रमोशन का इनाम दिया है।
खड़से ने सदन में कहा कि सरकार द्वारा विरोधियों का उत्पीड़न और परेशान किया जा रही है। उनके खिलाफ एसआईटी नियुक्त किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार विरोधियों के खिलाफ झूठे मामले बनाने और उन्हें मानसिक रूप से परेशान करने के लिए ईडी की एसआईटी का दुरुपयोग कर रही है।
जलगांव पुलिस प्रशासन को घेरते हुए खड़से ने विधानसभा सचिवालय में कहा कि जिले में धड़ल्ले से गुटखा और देसी पिस्टल की तस्करी हो रही है। पुलिस का इस पर कोई नियंत्रण नहीं रहा। पुलिस रिश्वतखोरी में लिप्त है। जलगांव जिले में हफ्ता खोरी के मामले बड़े है।
चालीसगांव ग्रामीण अस्पताल की बिजली काट दी गई है. खडसे ने बिजली विभाग को घरेते हुए कहा कि ग्रामीण अस्पताल में बिल नहीं चुकाए जाने के कारण बिजली नहीं काटी जानी थी। एक तरह से बिजली विभाग मरीजों की जान से खेल रहा है।
पुणे की कोयता गैंग ने पूरे प्रदेश में आतंक मचा रखा है. इस गिरोह पर नकेल कसने की करने की जरूरत है। खडसे ने सभागार में प्रश्न उपस्थित किया की प्रशासन के आशीर्वाद से बालू माफिया आजाद हैं।उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य सरकार राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने में बुरी तरह विफल हो रही है, उनका कोई नियंत्रण नहीं है।
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