मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, बुरहानपुर (मप्र), NIT:
अखिल भारतीय महापौर परिषद की वार्षिक बैठक में शामिल होने के लिए बुरहानपुर आए देश के 14 राज्यों के 31 महापौरों ने बुरहानपुर की ऐतिहासिक धरोहरों, धार्मिक स्थलों का भ्रमण किया। बुरहानपुर की जलेबी और दूसरे व्यंजन का भी लुत्फ उठाया तो वहीं दरगाह ए हकीमी का भोजन भी खासा पसंद आया। शाही जामा मस्जिद, गुरूद्वारा, रोकड़िया हनुमान मंदिर भी पहुंचे। खास बात यह है कि बुरहानपुर प्रदेश का ऐसा पहला शहर है जहां अखिल भारतीय महापौर परिषद की बैठक हुई। अब तक यह बैठकें बड़े शहरों में ही होती रही है।
मंगलवार सुबह 11 बजे देशभर से आए महापौर सबसे पहले उपनगर लालबाग स्थित कुंडी भंडारा पहुंचे। यहां कुंडी भंडारे से जुड़ा इतिहास जाना। यहां उनका सत्कार नगर निगम अध्यक्ष अनीता अमर यादव ने किया। यहां से सभी दरगाह ए हकीमी पहुंचे। दरगाह कमेटी ने ने सिर्फ यहां भ्रमण कराया, बल्कि जो भोजन बोहरा समाज के धर्मगुरू करते हैं उसी तरह का भोजन अतिथियों को परोसा गया। इस मेजबानी की महापौरों ने प्रशंसा की। यहां से सभी गुरूद्वारा बड़ी संगत गए और मत्था टेका साथ ही अन्य ऐतिहासिक स्थलों का भी भ्रमण किया।
अरबी और संस्कृत में लिखे श्लोक देखकर कहा अद्भुत है
देशभर से आए महापौर मंगलवार दोपहर शाही जामा मस्जिद पहुंचे। यहां अरबी और संस्कृत में लिखे श्लोक, पत्थरों की जुड़ाई से बनी मस्जिद देखकर दंग रह गए। कश्मीर के महापौर राजिंदर शर्मा ने कहा-वाकई बुरहानपुर का इतिहास और एकता का संगम अद्भुत है। वह बुरहानपुर की ऐतिहासिक धरोहरें और धार्मिक स्थल देखकर काफी प्रसन्न हुए।
कुछ न कुछ सीखकर जाएंगे
महापौरों के साथ पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता भी थे। उन्होंने कुंडी भंडारा की जल प्रणाली को देखकर कहा-देशभर से यहां महापौर आए हैं। उन्हें यहां की जल प्रणाली देखकर काफी अच्छा लगा। यहां से कुछ न कुछ सीखकर जाएंगे। शहर ने अपनी पुरानी धरोहरों को संभालकर रखा है। यह प्रेरणा दायक है। कईं शहरों में पुरानी संरचनाएं नहीं बची। यहां से प्रेरणा मिली है। इसी तरह अन्य शहरों को भी अपनी धरोहरें संभालकर रखना चाहिए।
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