रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:
हमारा विधायक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से ज्यादा पढ़े लिखे बी.ए. पास है। जिनके पास प्रमाणित डिग्री है लेकिन आपकी तरह भ्रष्ट नहीं है जिन पर साढ़े छह सौ करोड़ का भ्रष्टाचार का आरोप लगा है, जो न्यायालय में विचाराधीन है, विधायक वीर सिंह भूरिया क्षेत्र का गांधी है। आपकी तरह शहरों में बगंले, पेट्रोल पंप या अन्य व्यवस्याय में लिप्त नहीं है। आप यदि किसी की इज्जत नहीं कर सकते तो अपमान कर अहंकार नहीं करें। क्षेत्र की जनता ने उसे चुना है, सांसद विधायक के साथ जनता का भी अपमान कर रहे हैं।
वीरसिंह भूरिया क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहते हैं तथा गांव गांव में उनका सम्पर्क है तथा क्षेत्र की जनता के लिए वे हमेशा उपलब्ध रहते हैं, क्षेत्र की जनता उन्हें मिनी गांधी के नाम से संबोधित करती है। उक्त बात पूर्व केंद्रीय मंत्री व झाबुआ विधायक कांतिलाल भूरिया ने सांसद की प्रेस वार्ता के जबाव में कही है।
प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से भूरिया ने अवगत कराया कि सांसद गुमान सिंह क्षेत्र में अपनी घटती लोकप्रियता से बौखला कर दिनांक 15 फरवरी को एक प्रेस वार्ता के दौरान कांग्रेस के थांदला विधायक वीरसिंह भूरिया के खिलाफ अपना अहंकार जताते हुए उन्हें कम पढ़ा लिखा होने की संज्ञा दी उसके बाद से ही कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारीयों एवं कार्यकर्ताओं में सांसद के खिलाफ रोष व्याप्त है।
प्रेस वार्ता मे पत्रकारों से रूबरू होकर झाबुआ विधायक कांतिलाल भूरिया ने कहा कि थांदला विधायक कम पढे लिखे जरूर हैं लेकिन भाजपा सांसद की तरह भ्रष्ट नहीं हैं, उन्होने अपने परिवार के नाम पर पेट्रोल पंप नहीं खोले हैं तथा झाबुआ, इन्दौर, भोपाल में आपकी तरह बंगले नहीं बनवाये हैं ना ही किसी शैक्षणिक संस्थाओं में अथवा व्यापार में भागीदारी नहीं की है, ना ही अन्य स्थानों पर भ्रष्टाचार के पैसों से जमीने खरिदने का कार्य किया है। सांसद पहले सरकारी नौकरी में थे तब भी भ्रष्ट थे और आज भी भ्रष्टाचार कर रहे हैं तथा उनके द्वारा महाकाल नगरी में सिंहस्थ के दौरान भारी भ्रष्टाचार किया था जो रिकार्ड में है। उसी प्रकार आज भी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं तथा परिवार वाद को बढ़ावा दे रहे हैं। उसका उदाहरण है उनके द्वारा अपने भाई को भील सेवा संघ का अध्यक्ष बनाया जाना जबकि भाई पूर्व में जिले में रहता भी नहीं था ना कभी भाजपा का पदाधिकारी था, क्या उसके स्थान पर किसी अन्य कार्यकर्ता को अध्यक्ष नहीं बनाया जा सकता था यह विचारणीय प्रश्न है।
रेल में बजट दिया गया है उसकी झुठी वाही वाही सांसद ले रहे हैं, यह चुनाव को देखते हुए बजट दिया गया है। यदि सांसद को जिले में रेल के सबंध में इतनी चिन्ता है तो जो ट्रेन बंद हो गयी वह क्यों प्रारंभ नहीं करा पा रहे हैं? जिले में मरीजों एवं आम जनता को गुजरात से जोड़ने वाली जनता एक्सप्रेस आज तक प्रारंभ नहीं हुई साथ ही गरीबों मजदुरों की एक मात्र मेमो गाडी में डिब्बे कम कर दिये गये, देहरादुन ट्रेन सहित अन्य ट्रेनों का पूर्व समय पर चलाने तथा रेल्वे द्वारा वरिष्ठजन को यात्रा में रियायत बंद कर दी गयी उसके सबंध में कभी कोई चर्चा क्यों नहीं करते, यात्री गाडियों के समय बदलने से आगे अन्य ट्रेनों की कनेक्टीविट बिगड़ गयी है।
सांसद के इस बयान की युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ विक्रांत भूरिया, विधायक वालसिंह मेडा, जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रकाश रांका, प्रदेश कांग्रेस महामंत्री निर्मल मेहता, जेवियर मेडा, कांग्रेस प्रवक्ता साबिर फिटवेल, वरिष्ठ कांग्रेस नेता रमेश डोसी, जिला पंचायत अध्यक्ष सोनल जसंवत भाभर, उपाध्यक्ष अकमल डामोर, चंद्रवीर सिंह राठौर, मन्नालाल मेडा, युवक कांग्रेस अध्यक्ष विजय भाभर, एनएसयुआई अध्यक्ष विनय भाभर महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रवेता गंगा मोहनिया जितेन्द्र शाह, ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष यामिन शेख गेन्दाल डामोर रूपसिंह डामोर, हेमचंद डामोर गौरव सक्सेना काना गुंडिया मानसिंह मेडा, आशिष भूरिया ठाकुर हनुमंत सिंह घनश्याम सिंह , शंकर भूरिया हेमेंद्र बबलू कटारा वीरेंद्र मोदी धूमा डामोर सुनीता अलावा मालू डोडिया दीपू डोडियार बापू सिंह कटारा आदि ने सांसद के बयान की निन्दा की है। सभी ने एकमत होकर कहा कि सांसद को सार्वजनिक माफी विधायक वीर सिंह भूरिया से मांगनी चाहिए।
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