बिजुआ काण्ड में 7 स्वास्थ्य कर्मचारियों पर मुकदमा दर्ज, 5 गिरफ्तार, स्वास्थ्य कर्मचारियों ने मीडिया कर्मी व मरीज के तीमारदारों से की थी अभद्रता व मारपीट | New India Times

वी.के. त्रिवेदी, ब्यूरो चीफ, लखीमपुर-खीरी (यूपी), NIT:

बिजुआ काण्ड में 7 स्वास्थ्य कर्मचारियों पर मुकदमा दर्ज, 5 गिरफ्तार, स्वास्थ्य कर्मचारियों ने मीडिया कर्मी व मरीज के तीमारदारों से की थी अभद्रता व मारपीट | New India Times

जनपद लखीमपुर खीरी की बिजुआ सीएचसी में स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही इस कदर हावी है कि वहां मरीजों की जिंदगी से भी खिलवाड़ किया जा रहा है। कुछ ऐसा ही नजारा रविवार की देर शाम सीएचसी बिजुआ में नजर आया, जब एक गंभीर मरीज को सीएचसी से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया, लेकिन 2 घंटे तक उसे 108 एंबुलेंस नहीं मिल सकी। इस दौरान जब एक मीडिया कर्मी वहां पहुंचा और डायल 108 नंबर पर बात कर मरीज की मदद करने लगा तभी बिजुआ सीएचसी के फार्मासिस्ट व स्वीपर आदि ने मीडिया कर्मी व मरीज के तीमारदारों से अभद्रता शुरू कर दी। इस बीच मीडियाकर्मी जान बचाकर चौकी बिजुआ में पहुंचा लेकिन स्वास्थ्य कर्मी व उनके सहयोगी वहां भी पहुंच गए और उससे मारपीट कर पत्रकार को जबरन सीएचसी उठा ले गए। मामले में चौकी इंचार्ज बिजुआ के हस्तक्षेप के बाद पीड़ित पत्रकार की जान बच सकी। इस मामले में पीड़ित पत्रकार की तहरीर पर भीरा थाने में 7 लोगों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कर पांच को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

जानकारी के अनुसार बिजुआ कस्बे के एक दैनिक अखबार के पत्रकार सचिन अग्रवाल ने बताया कि रविवार की देर शाम भीरा क्षेत्र में हुई दुर्घटना में गंभीर घायल अरूण कुमार पुत्र राम कुमार सीएचसी बिजुआ इलाज के लिए लाया गया था जहां चिकित्सक ने उसकी गंभीर हालत देखकर जिला अस्पताल रेफर कर दिया। रेफर करने के 2 घंटे तक जब मरीज के परिजनों को एंबुलेंस नहीं मिली तो परिजनों के बुलाने पर पहुंचे पत्रकार सचिन अग्रवाल ने 108 नंबर पर बात कर उनकी मदद करने लगा। इसी बीच सीएचसी में तैनात फार्मासिस्ट संकटा प्रसाद व अशोक कुमार, सफाई कर्मी वीरेंद्र वाल्मीकि उर्फ गुड्डू नशे में धुत होकर वहां आ गए और सचिन व मरीज के परिजनों से अभद्रता करने लगे। पीड़ित सचिन ने बताया कि वह लोग आपस में मारपीट करने की बात कर रहे थे, जिससे वह अपनी जान बचाकर बिजुआ चौकी पर आकर बैठ गया। जिसके बाद सफाई कर्मी व उसके 4-5 अन्य साथी वहां भी पहुंच गए और चौकी पर ही पत्रकार को मारने पीटने लगे तथा जबरन वहां से उसे उठाकर सीएचसी ले गए। जिस समय यह घटना हुई उस समय चौकी पर केवल एक होमगार्ड ही मौजूद था। सूचना पर तुरंत चौकी इंचार्ज सीएचसी बिजुआ पहुंचे और पीड़ित पत्रकार को स्वास्थ्य कर्मियों के चंगुल से छुड़ाया।

इस बाबत में प्रभारी निरीक्षक भीरा विमल गौतम ने बताया कि पत्रकार सचिन की तहरीर पर 7 लोगों अशोक, संकटा प्रसाद, गुड्डू, प्रशांत, हिमांशु, अंकुश व अनुराग के विरुद्ध धारा 147, 323, 504, 506 के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत कर पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है उन्होंने बताया कि पीड़ित पत्रकार को एक्स-रे के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है, यदि उसमें और गंभीर चोटे आती हैं तो मुकदमे में अन्य धाराएं भी बढ़ाई जाएंगी। पीड़ित पत्रकार सचिन का कहना है कि बिजुआ चौकी व सीएचसी में लगे सीसीटीवी कैमरे ने पूरी घटना कैद है। सीसीटीवी फुटेज से पूरी घटना देखी जा सकती है वही इस मामले में नशे में धुत स्वास्थ्य कर्मियों का वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि स्वास्थ्य विभाग जैसे जिम्मेदार विभाग में बैठे लोग जब खुद ही नशे में होंगे, तो वह मरीजों का क्या इलाज करेंगे इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।

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बिजुआ काण्ड प्रकरण में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा मीडियाकर्मी व गंभीर घायल मरीज के तीमारदारों से अभद्रता करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के मामले में सीएमओ डॉ. संतोष गुप्ता ने बताया कि पूरे प्रकरण की जांच के लिए दो एसीएमओ की टीम गठित की गई है। टीम में एडिशनल सीएमओ डॉ. बीसी पंत व डॉ. धनीराम शामिल है। सीएमओ ने बताया कि प्रकरण की गंभीरता से जांच कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट आते ही दोषियों के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।


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By nit

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