अब्दुल वाहिद काकर, ब्यूरो चीफ, धुले/जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:
रिश्वतखोरी मामले में एक बार फिर जिला पुलिस दल की छवि मलिन हुई है। इस बार रावेर तहसील के सावदा थाना प्रभारी अधिकारी तथा पुलिस उप निरीक्षक को 15 हजार रुपए की घूस मामले में जलगांव एसीबी ने मंगलवार सुबह गिरफ्तार किया है। जिससे जिला पुलिस बल में हड़कंप मच गया है।
ज़िले में दिन ब दिन कानून व्यवस्था भ्रष्टाचार और घूसखोरी के कारण बिगड़ रही है। ज़िले में अवैध करोबिरयों की पुलिस कर्मियों की साठगांठ के कारण अवैध धंदे वाहनों में गैस रिफिल और चोरों के हौसले बुलंद हैं। जिसके प्रीति पुलिस अधीक्षक को सजग रहकर पुलिस कलक्टरों पर लगाम कसना चुनौती से कम नहीं है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शिकायत कर्ता का बेटा नाबालिग लड़की से दुष्कर्म, अगवा और पास्को के मामले में गिरफ्तार था। शिकायत कर्ता की बीबी बहन और स्वयं को गिरफ्तार नहीं करने के एवज में पुलिस ने आरोपियों को राहत देने न्यायालय में हिरासत की मांग न करने और जमानत में सहायता करने के एवज में थाना प्रभारी अधिकारी डी डी इंगोले व उपनिरीक्षक गायकवाड ने शिकायतकर्ता से करीब डेढ़ से दो माह पूर्व शिकायतकर्ता से 60 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। जिसमें 15 हजार रुपये पर समझौता कर रिश्वत लेने का फैसला किया गया था। लेकिन जालसाजी के शक में संबंधित ने रिश्वत नहीं ली लेकिन रिश्वत की मांग साबित हुई. जिसके आधार पर जलगांव एसीबी के पुलिस उपाधीक्षक शशिकांत पाटिल ने मंगलवार को एसीबी ने जाल बिछाकर टीम ने दोनों को सुबह करीब 8 बजे गिरफ्तार किया है।
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