अबरार अली, ब्यूरो चीफ, सिद्धार्थ नगर (यूपी), NIT:
जिला सिद्धार्थनगर के तहसील डुमरियागंज के ग्राम भरवठिया मुस्तहकम में बाढ़ के पानी से बचने के लिए विवाह घर में पनाह लिए लोगों के लिए यह घर मरण घर में बदल गया। आप को बता दें कि सिद्धार्थनगर जिला बाढ़ के प्रकोप को झेल रहा है। बाढ़ की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सिर्फ डुमरियागंज तहसील में सरकारी आंकड़े के हिसाब से 124 गांव बाढ़ से पीड़ित हैं जिस में 79 गांव मेरुंड घोषित किए जा चुके हैं। ऐसे में लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर उधर शरण लेने को मजबूर हैं।
इसी क्रम में कई परिवार के लोग विवाह घर में शरण लिए हुए थे कि अचानक रात में विवाह घर का पिलर सोये हुए लोगों पर गिर गया। जिसकी चपेट में राज सिंह चौहान 14 वर्षीय की घटना स्थल पर ही मौत हो गई जबकि दो सगी बहनों में रिंकू 22 वर्षीय अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मृत्यु हो गई और थोड़ी देर बाद पूनम 18 साल ने भी दम तोड़ दिया। पिलर के गिरने का कारण जमीन का धसना बताया जाता है।
जिलाधिकारी संजीव रंजन से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमने जिला विकास अधिकारी की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया है जो एक हफ्ते में अपनी रिपोर्ट देगी कि यह दुर्घटना कैसे हुई और मृतकों के परिवार को मुआवजा दिया जाएगा। जब सवाल किया गया कि क्या दोषियों पर कोई करवाई होगी तो जिलाधिकारी ने कहा जांच के बाद जो दोषी होंगे उन पर करवाई की जाएगी।
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