इंटर डिस्ट्रिक्ट्स वाहन चालकों का बड़ा सिरदर्द, ट्रैफिक पुलिस कर्मी का गाड़ी रोको और वसूली करो आभियान जोरों पर | New India Times

अब्दुल वाहिद काकर, ब्यूरो चीफ, धुले (महाराष्ट्र), NIT:

इंटर डिस्ट्रिक्ट्स वाहन चालकों का बड़ा सिरदर्द, ट्रैफिक पुलिस कर्मी का गाड़ी रोको और वसूली करो आभियान जोरों पर | New India Times

वैसे तो ट्रैफिक पुलिस की तैनाती यातायात को सुगम बनाए रखने के लिए की जाती है लेकिन धुलिया शहर में एक विशिष्ट पुलिसकर्मी बाहरी जिलों से आने वाले वाहनों से अवैध वसूली कर रहा है जिसकी वीडियो मीडिया से नागरिकों और पीड़ित वाहन चालकों ने साझा की है। इस पुलिस कर्मी का फोकस तो महज वसूली पर ही होता है। आलम यह कि दूसरे डिस्ट्रिक्ट्स से कोई भी व्हीकल शहर की सीमा में दाखिल भर हो जाए, उसे ट्रैफिक कर्मी ‘नींबू’ की तरह निचोड़ने में जुट जाता हैं। चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस ड्यूटी प्वाइंट्स से होते हुए भी ट्रैफिक को राम भरोसे छोड़कर नो एंट्री में गए वहान के पीछे दौड़ गया और कमलाबाई चौराहे पर एक मानसिक रोगी के द्वारा ट्रैफिक नियंत्रण करने के फोटो भी वायरल हुए हैं।

ऐसा नहीं कि सिटी के ऑउटर एरिया में धड़ल्ले से चल रही अवैध वसूली की खबर आला पुलिस अधिकारियों को नहीं है, पुलिस अधीक्षक प्रवीन कुमार पाटील ने तो चार बार कड़ी चेतावनी भी दी, पर मोटी कमाई का नशा इस कदर ट्रैफिक कर्मी के सिर चढ़कर बोल रहा है कि चेतावनी का रत्तीभर भी असर नहीं हुआ। जानकार बताते हैं कि अवैध वसूली के इस धंधे का टर्न ओवर हजारों रुपये महीने का है। यही नहीं इस मलाई की चिकनाई ‘ऊपर’ तक जाती है। शायद यही वजह है कि जिम्मेदार भी कार्रवाई से पहले ही इस चिकनाई में फिसल जाते हैं।

शहर ट्रैफिक पुलिस में एक कर्मी है जो नियुक्त स्थान पर ड्यूटी ना करते हुए शहर में विभिन्न स्थानों पर बाइक से ड्यूटी कर रहा है और अंतर्राज्य और अंतर डिस्ट्रिक वाहनों से वसूली कर रहा है।

इंटर डिस्ट्रिक्ट्स वाहन चालकों का बड़ा सिरदर्द, ट्रैफिक पुलिस कर्मी का गाड़ी रोको और वसूली करो आभियान जोरों पर | New India Times

स्थानीय नागरिकों ने इस पुलिस कर्मी की अवैध वसूली की और वाहन चालक से बदतमीजी के साथ मारपीट का विडियो मीडिया से साझा किया है। चालीसगांव चौराहे पर आगरा मुंबई महामार्ग पर एक वाहन चालक के कागजों की जांच के बाद कोई नुक्स नहीं मिला तो वाहन चालक ने एंट्री के नाम पर पैसे देने से इन्कार कर दिया जिससे नाराज होकर इस पुलिसकर्मी ने भरी सड़क पर दिनदहाड़े वाहन चालक का गिरेबान पकड़कर थप्पड़ जड़ दिया.

इस विवादित पुलिसकर्मी की पड़ताल की गई तो पता लगा कि 20 सालों में इसने धूलिया शहर से जिले के विभिन्न 20 थानों में नौकरी की है। सूत्रों ने बताया है कि 6 महीने से अधिक समय यह कर्मी किसी थाने में नहीं टिक पाता है।

स्टिंग ऑपरेशन में भेजे गए फोटो वीडियो में यह पुलिसकर्मी अपने शिकार से क्लीनर साइड से गाड़ी में पूरा चेहरा खिड़की से डालकर बात करता है वही जुर्माना और चालान की कीमत बढ़ा चढ़ा कर बता कर वाहन चालक से वसुली करता है। इस तरह का आरोप भी लोगों ने लगाया है।

यातायात पुलिस में शामिल होने के लिए नियमों की बात मानें तो उसमें विवादित व्यक्तियों को शामिल नहीं किया जाता इनका कार्यकाल सेवा सराहनीय उल्लेखनीय कर्मियों को नगर यातायात में स्थान दिया जाता है किंतु इस व्यक्ति को किसी विशिष्ट आशीर्वाद से नियुक्त करने की जानकारी सामने आई है और वह बोलता भी है कि मेरा कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता क्योंकि इस मलाई में सभी हिस्सेदार हैं। पुलिस अधीक्षक से इस मामले की गहन जांच पड़ताल कर संबंधित व्यक्ति को निलंबित कर मामले की उच्च स्तरीय जांच कर इस पुलिसकर्मी को मुख्यालय में तैनात करने की मांग की गई है।

By nit

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