मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, बुरहानपुर (मप्र), NIT:
कांग्रेस सबसे बड़ी ओबीसी विरोधी पार्टी है। अगर ओबीसी को किसी ने संवैधानिक दर्जा दिया तो वह केंद्र की नरेंद्र मोदी की सरकार है। कांग्रेस ने 60 साल राज किया, लेकिन ओबीसी को संवैधानिक दर्जा नहीं दे सके। यह बात बुरहानपुर पहुंचे कृषि मंत्री श्री कमल पटेल ने भाजपा कार्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा की कांग्रेस ने आज तक मप्र में कोई ओबीसी वर्ग से मुख्यमंत्री नहीं बनाया। कमलनाथ कह रहे हैं कि ओबीसी विरोधी हैं नेता प्रतिपक्ष भी ओबीसी वर्ग से नहीं है। 60 साल में न मुख्यमंत्री ओबीसी से बनाया न ही नेता प्रतिपक्ष। जबकि प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने तीन मुख्यमंत्री ओबीसी वर्ग से दिए। पहले बाबूलाल गौर, फिर उमा भारती और अब 16 साल से शिवराज सिंह चौहान प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। विक्रम वर्मा ओबीसी वर्ग से कांग्रेस की सरकार के समय में भाजपा की ओर से नेता प्रतिपक्ष रहे हैं वह भी ओबीसी से थे।
इस दौरान कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा-हम तो चुनाव भी ओबीसी आरक्षण के साथ कराना चाहते थे लेकिन कांग्रेस ने रोड़ा अटकाया। प्रदेश में जो कुछ भी गलत हो रहा है वह कांग्रेस की गलत नीतियों और राजनीतिक रोटियां सेंकने का परिणाम है।
उद्योगों को बढ़ावा देंगे, कृषि आधारित उद्योग लगाएंगे
गांव के लोगों को रोजगार देंगे, उद्योगों को बढ़ाव देंगे। सरकारी नौकरी पर निर्भर नहीं रहा जा सकता। कृषि आधारित लगाना होगा। गांव में स्वामित्व योजना लागू की गई है। जिसमें गांव की प्रापर्टी का मालिकान हक होगा। लोन लेना, लिमिट लेना आदि काम किसान कर सकेंगे। बेरोजगार को रोज़गार मिलेगा। भारत, गांव आत्मनिर्भर बनेगा। नरेंद्र मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंनें किसानों के हित में काम किया। कांग्रेस ने केवल झूठे वादे किए। देश के लिए कभी कुछ नहीं किया।
अटल स्मृति स्थल पर किया नमन
कृषि मंत्री कमल पटेल, सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल के पुत्र के विवाह समारोह में शामिल होने बुरहानपुर आए थे। बुरहानपुर पहुंचते ही वह सबसे पहले भाजपा कार्यालय संजय नगर स्थित अटल स्मृति स्थल पहुंचे और तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति स्थल पर नमन किया। यहां से भाजपा कार्यालय पहुंचे। इस दौरान उनके साथ भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज लधवे सहित अन्य मौजूद थे।
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