त्रिवेंद्र जाट, देवरी/सागर (मप्र), NIT:
बीएमसी में शौचालय व्यवस्था में सुधार कराने, जनपद पंचायत कार्यालय देवरीमैं मूल सुविधाएं उपलब्ध कराने एवं देवरी जनपद पंचायत भवन का का कार्य प्रारंभ ना होने से आमरण अनशन को लेकर जनपद अध्यक्ष देवरी ने कलेक्टर को लिखे पत्र, शीघ्र समस्या निराकारण की मांग की.
मध्य प्रदेश के सागर जिले की जनपद पंचायत देवरी की महिला अध्यक्ष कुमारी आंचल आठया जो मध्य प्रदेश की सबसे कम उम्र की जनपद अध्यक्ष हैं जिनने इतनी कम उम्र मैं कई उपलब्धियां प्राप्त की एवं राजनीतिक स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाई जो अपने जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाले 70 पंचायतों की समस्याओं के निराकरणएवं विकास के मामलो के लिए लगातार प्रयासरत रहती हैं जिनमें दिन गुरुवार को कलेक्टर सागर को जन समस्या एवं जिले स्तर की समस्या निराकरण के लिए तीन पत्र लिखें जिसमें पहले पत्र में मांग की गई कि जनपद पंचायत के कर्मचारियों से मौखिक चर्चा अनुसार एवं मेरे द्वारा परिसर का भ्रमण करने के उपरान्त पाया गया कि जनपद पंचायत कार्यालय में मूलभूत अति आवश्यक सेवाओं का अभाव जो निम्नानुसार है पेयजल सुविधा कार्यालय में पेयजल सुविधा उपलब्ध नहीं है. जिससे कर्मचारियों / जनप्रतिनिधियों को एवं ग्रामीण क्षेत्र आये आगन्तुक को पेयजल की समस्या से परेशान होना पड़ता है। जिससे जनपद पंचायत की छवि धूमिल हो रही है।शौचालय एवं मूत्रालय की सुविधा जनपद पंचायत कार्यालय में आपके कक्ष के अतिरिक्त अन्य परिसर में शौचालय एवं मूत्रालय की सुविधा का अभाव है। टीन शेड की सुविधा कार्यालय परिसर के बाहर सभी के वाहन धूप में खड़े रहते है. अतः टीन शेड निर्माण भी कराया जाना आवश्यक है।अतः आपसे अपेक्षा है कि उपरोक्त तीनों बिन्दुओं पर 03 दिवस के अन्दर अमल करावें।
वही दूसरे पत्र में मांग की गई किमेरे द्वारा जनपद पंचायत (नवीन) भवन का कार्य प्रारंभ कराने हेतु सतत् प्रयास विगत् 03 वर्ष से किये जा रहे है, परन्तु जनपद पंचायत (नवीन) भवन का कार्य प्रारंभ नहीं हो रहा है।अतः मै आपको अवगत कराना चाहती हूँ कि यदि पत्र दिनांक से 08 दिवस के अंदर जनपद पंचायत (नवीन) भवन का कार्य प्रारंभ नहीं किया जाता है तो में दिनांक 05-05-2022 से स्थान- जनपद पंचायत प्रांगढ में आमरण अनशन पर बैठने हेतु बाध्य रहूँगी जिसकी संपूर्ण जबाबदारी शासन प्रशासन की होगी। वहीं तीसरे पत्र में मांग की गई कि मेरे द्वारा बुन्देलखण्ड मेडिकल कालेज (B.M.C.) सागर का अकस्मात भ्रमण किया गया. पाया गया कि प्रसूतिग्रह के सामने (खून जांच प्रयोगशाला से लगकर ) बने शौचालय / पेशाबघर में दरवाजे नहीं है। गंदगी का अंबार लगा पाया गया है। नल लगे नहीं है परन्तु जगह-जगह से लीकेज है जिससे पानी व्यर्थ बहता रहता है। मरीजो के परिजनो से चर्चा के दौरान उनके द्वारा बताया गया कि शौचालय के अभाव में वे बहुत परेशान है।अतः आपसे निवेदन है कि बुन्देलखण्ड मेडिकल कालेज (B.M.C.) सागर का आकस्मिक निरीक्षण कराकर मूलभूत अति आवश्यक व्यवस्थाओं में सुधार कराने की कृपा करें, ताकि मरीज एवं मरीजो के परिजनों को इधर-उधर न भटकना पडे ।इन सभी मांगों पर शीघ्र निराकरण करने की मांग की गई।
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