रहीम शेरानी/ कादर शेख, झाबुआ (मप्र), NIT:
चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की दशमी पर झाबुआ, रानापुर, थांदला, मेघनगर, आदी स्थानो पर प्रातः से ही महिलाएं हाथों में पूजा की थाली लिए मेघनगर के दशहरा मैदान, पिपलेश्वर महादेव मंदिर सरकारी दवाखाने टीचर्स कॉलोनी मेघनगर आदि स्थानों पर महिलाओं ने श्रद्धा से दशा माता का व्रत रखकर पीपल की पूजा करते हुए ग्रह शांति व सुख समृद्वि का वरदान मांगा।
महिलाएं पूजा और व्रत रखकर गले में पूजा का धागा पहनती हैं।
बताया जाता है की रविवार को पीपल पूजा निषेध होती है जिसके चलते महिलाओं में भी पीपल की पूजा को लेकर आशंका थी लेकिन पंडित रोहित पंड्या ने आशंका का समाधान करते हुए कहा की पर्व व त्योहारों के लिए तिथि को विशेष मान्यता दी जाती है !
इस दिन वार की प्रधानता नहीं रहती है, इसलिए रविवार को दशमी तिथि का अच्छा योग है, इस दिन पूरे दिन दशा माता का पूजन शुभ फल दायक होगा वही पूजन में किसी भी प्रकार से वार का दोष नहीं लगेगा।
उल्लेखनीय है कि दशामाता व्रत के दिन भगवान विष्णु के स्वरूप पीपल के वृक्ष की ही पूजा की जाती है जिससे गृह की विपरीत परिस्थितियों में बदलाव आता है व श्रद्धालुओं के घर परिवार में सुख शांति समृद्धि में वृद्धि होती है।
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