नरेंद्र कुमार, जामनेर/जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:
वित्तीय साल मार्च के अंत तक लगभग सभी लंबित सरकारी निर्माण कार्य पूरे कर बिल निकलने के चक्कर में जिला परिषद जलगांव की ओर से किए जा रहे कामों में कमाल का भ्रष्टाचार देखने को मिल रहा है. जामनेर से कोदोली को जोड़ने वाली साढे तीन मीटर चौड़ी और 6 किमी लंबी सड़क की कहानी कुछ ऐसी ही है. पुरानी सड़क पर गिट्टी और डामर छिड़ककर उसपर गिट्टी का गाद डालकर रोलर से दबाया गया है. कोदोली के समाजसेवी वी.पी. पाटिल सर ने दिखाया कि किस तरह आननफानन में बनाई गई सड़क का मटेरियल आप अपने हाथो से सहजता से निकाल सकते हैं. इस काम का ठेका क्षेत्र के ही किसी मोरे नामक विकासक ने लिया है जो नेताजी का कार्यकर्ता बताया जाता है. रिकॉर्ड के मुताबिक यह सड़क कुछ 25 से 30 लाख में बनाई जानी थी जिसे महज 10 लाख रुपए खर्च कर निपटा दिया गया है. आने वाले दिनों में जिला परिषद के आम चुनाव होने हैं जिसके लिए पार्टी को चंदा और वोटों की खरीदारी ठेकेदारों से ही होनी है. पूरे जामनेर तहसील में सड़कों के काम इसी प्रकार से किए जा रहे हैं जिसकी जांच की मांग करना विपक्ष का नैतिक कर्तव्य बनता है लेकिन दुर्भाग्य से ऐसी कोई मांग विपक्ष की ओर से नहीं की गई है.
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