कासिम खलील, बुलढाणा (महाराष्ट्र), NIT;
बुलढाणा तहसील अंतर्गत ग्राम वरवंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत कर्मियों के वेतन में घोटाला किये जाने का आरोप लगने के बाद जिला परिषद के स्वास्थ्य विभाग ने मामले की जांच की, जिसमें तकरीबन 39 लाख रुपए के घोटाले की बात सामने आई थी, तत्पश्चात इस मामले में 11 जुलाई को बुलढाणा ग्रामीण पुलिस थाने में 2 कर्मियों के खिलाफ विविध धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। कोर्ट ने आगामी 15 जुलाई तक आरोपी को पुलिस कस्टडी में भेजा है। यह भ्रष्टाचार उजागर होने के बाद जिला परिषद के स्वास्थ्य विभाग में खलबली मची हुई है। इस भ्रष्टाचार की खबर सबसे पहले NIT ने प्रकाशित की थी।इस भ्रष्टाचार मामले में वरवंड प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गणेश प्रहलाद राठोड़ ने बुलढाणा ग्रामीण थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। अपनी शिकायत में बताया है कि वे 1 जनवरी 2014 से वरवंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत हैं तथा मई 2015 में उन्हें मेडिकल ऑफिसर का प्रभार दिया गया। इस स्वास्थ्य केंद्र में कुल 22 कर्मी कार्यरत हैं, जिसमें गजानन शंकर राजुरकर कनिष्ठ सहायक पद पर तथा पुरुषोत्तम सरदारसिंह सालोख स्वास्थ्य सेवक है। अक्टूबर 2016 में स्वास्थ्य केंद्र के सभी कर्मियों को वेतन पत्र दिए गए थे, जिसमें से कुछ कर्मियों ने डॉ.राठोड़ को बताया कि उनके वेतन में कुछ रुपए कम आए हैं। इस बात को गंभीरता से लेते हुए डॉ.राठोड ने जून 2015 से अक्टूबर 2016 तक के सभी कर्मियों के वेतन एवं अन्य देयकों की जांच की तो पता चला कि कनिष्ठ सहायक राजूरकर और सालोख ने मिलीभगत करते हुए अन्य कर्मियों के वेतन और अन्य देयक में से रकम अपने बैंक खाते में जमा कराई है। स्वास्थ्य केंद्र के सभी कर्मियों के वेतन में से 5 लाख 81 हज़ार 34 रुपए तथा अन्य देयक में से 8 लाख 3 हज़ार 294 रुपए इस प्रकार 13 लाख 84 हज़ार 328 रुपए का भ्रष्टाचार करते हुए वाउचर पर मेडिकल ऑफिसर के जाली हस्ताक्षर किये गए और इसी रकम को दोनों ने बांट कर अवैध रूप से अपने अपने बैंक खाते में डाल दिए। कनिष्ठ सहायक गजानन राजुरकर ने अपने बैंक खाते में 6 लाख 2 हज़ार 478 रुपए तथा स्वास्थ्य सेवक पुरुषोत्तम सालोख के बैंक खाते में 7 लाख 81 हज़ार 805 रुपए ट्रान्सफर किये गए। इस शिकायत के आधार पर पुराना ग्रामीण पुलिस थाने में आरोपी गजानन राजुरकर वह पुरुषोत्तम सालोख पर भादवि की धारा 420, 468, 471, 409, 34 के तहत अपराध दर्ज किया गया है। बुलढाणा ग्रामीण के थानेदार सुनील जाधव ने आरोपी पुरुषोत्तम सालोख को कल देर रात हिरासत में लिया जिसे आज कोर्ट के समक्ष पेश किए जाने पर सालोख को कोर्ट ने आगामी 15 जुलाई तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है, जबकि इस भ्रष्टाचार का मुख्य सूत्रधार माना जानेवाला आरोपी गजानन राजुरकर फरार बताया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग की जांच में 39 लाख का भ्रष्टाचार
वरवंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत कर्मियों को मिलने वाले वेतन में रुपए कम मिल रहे हैं यह शंका आने के बाद कुछ कर्मियों ने इसकी शिकत डॉ. गणेश राठोड ओ बताई तब उन्होंने ने इसकी प्राथमिम जांच की तो उन्हें भी गड़बड़ नज़र आने पर यह बात जिला परिषद के जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.शिवाजी पवार को बताई, तत्पश्चात उन्होंने 2 सदस्यी जांच समिति बनाई जिसमें बुलढाणा तहसील स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर पी.एन. बड़े व जिला परिषद के सहायक लेखाधिकारी रविकुमार झनके का समावेश था. इस समिति द्वारा जांच में यह बात पतालचला कि यह वेतन घोटाला 39 लाख के करीब है। इस भ्रष्टाचार मामले में तत्काल कदम उठाते हुए जिला परिषद प्रशासन ने कनिष्ठ सहायक गजानन राजुरकर व स्वास्थ्य सेवक पुरुषोत्तम सालोख को निलंबित कर दिया।
वरवंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने के बाद अपराध दर्ज करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। मामले की जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसे भी आरोपी बनाएंगे: सुनील जाधव, थानेदार बुलढाणा ग्रामीण
- वरवंड के स्वास्थ्य केंद्र में हुए घोटाले की खबर सर्वप्रथम “NIT” ने 19 अप्रैल 2017 को प्रकाशित की थी।
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