अतीश दीपंकर, भागलपुर/पटना (बिहार), NIT:
बिहार के भागलपुर जिले के सबौर रेलवे प्लेटफार्म से आरपीएफ ने विलुप्त होती प्राणी गोरैया के तस्कर को 500 मरे हुए गोरैया के साथ पकड़ा है।
आपको बता दें कि गौरैया एक विलुप्त होती प्राणी है इसे संरक्षक की जरूरत है। भारत में विश्व गौरैया दिवस मनाया जाता है। गोरैया के संगरक्षक इस पर शोध कर रहे हैं.
“अभी मैं जिंदा हूं गोरैया” पुस्तक के लेखक एवं पीआईबी पटना में कार्यरत संजय कुमार से पूछे जाने पर आज बुधवार की देर शाम बताया कि, बगड़ी के नाम पर गोरैया का तस्कर किया जाता है। इसका मांस बेचा जाता है यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि आए दिन इस तरह की घटना घटती रहती है। उन्होंने कहा कि वन विभाग अधिनियम के तहत गोरैया को पकड़ना, बेचना कानूनी जुर्म है।
आपको बता दें कि, बिहार के भागलपुर जिले के सबौर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 3 से कल मंगलवार को संदिग्ध अवस्था में एक युवक को बोरा लिए हुआ था। इसकी सूचना आरपीएफ के कस्टंबल आर एस पांडेय और यश यादव ने आरपीएफ के एसआई भवेश कुमार को दी। सूचना पर भवेस ने मौके पर पहुंचा एवं जांच किया तो बोरे से 500 मरे हुए गोरिया को देखा. उन्होंने वन विभाग को सौंप दिया।
वन विभाग ने आज बुधवार को भागलपुर सीजन कोर्ट में पेश किया।
पकड़े युवक का नाम मोo शहीद आलम, पिता नासिर खान, बिहार के मधेपुरा जिला का रहने वाला है।
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