हिमांशु सक्सेना, ग्वालियर (मप्र), NIT:
प्लेबॉय बनाने के अलावा कई तरह की नौकरी दिलाने के नाम पर तीन युवकों ने सैकड़ों बेरोजगार युवकों के साथ लाखों की ठगी की। जिन लोगों के साथ ठगी हुई उनमें से किसी ने भी पुलिस में शिकायत नहीं की। ग्वालियर क्राइम ब्रांच को मुखबिर से सूचना मिली जिसके बाद पुलिस ने दबिश देकर तीनों ठगों को बुधवार को गोवर्धन कॉलोनी से दबोच लिया। इनके कब्जे से पुलिस ने 30 सिमकार्ड, 56 एटीएम कार्ड, 50 आधार कार्ड, 20 पैन कार्ड, दीपक ट्रेडर्स का रजिस्ट्रेशन कार्ड, दीपक ट्रेडर्स के नाम की मोहर, इंक पैड, 10 की पैड मोबाइल, चार एंड्रोइड मोबाइल, एक लैपटोप आदि बरामद किया है। उक्त मामले का खुलासा पुलिस कप्तान अमित सांघी ने बुधवार शाम को प्रेसवार्ता के दौरान किया।
इस तरह से करते थे ठगी
पकड़े गए आरोपित पंकज और सौरव मुरैना के रहने वाले हैं जबकि अभिनव फिरोजाबाद का है। पंकज की मुलाकात उत्तर प्रदेश के एक ठग से दो साल पहले हुई थी जो अभी जेल में बंद है। पंकज ने पुलिस को बताया कि ठग ने उसे ठगी के गुर सिखाए थे। जिसके बाद उसने डीडी नगर में आनलाइन का काम शुरू किया। इसके बाद उसने अपने दो साथियों के साथ गोवर्धन कॉलोनी में ऑफिस डाल लिया। लैकेंडों वेबसाइड पर उसने एक विज्ञापन दिया जिसमें बेरोजगार युवकों को एक दिन में 25 हजार रुपये तक कमाने व नौकरी दिलाने का भरोसा दिलाया गया था। विज्ञापन में एक मोबाइल नंबर भी जारी किया गया जिस पर वाट्सएप कॉलिंग पर ही बात संभव हो सकती थी। जब कोई बेरोजगार युवक फोन पर बात करता तो उस पर लड़की से बात कराते और वह प्लेबॉय बनकर हर दिन हजारों रुपये की कमाई के बारे में बताती थी। जिसके लिए आवेदक को आनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए दो से चार हजार रुपये देने होते थे। इस तरह से आरोपितों ने सैकड़ों लोगों से प्लेबॉय की जॉब दिलाने के नाम पर ठगी की।
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