अरशद आब्दी, ब्यूरो चीफ, झांसी (यूपी), NIT:
महारानी लक्ष्मीबाई की 139वीं जयंती पर देश के रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह जी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी ने संयुक्त रुप से राष्ट्र रक्षा समर्पण पर्व झांसी जलसा का औपचारिक उद्घाटन किया।
इस अवसर पर रक्षा मंत्री जी ने रानी झांसी के शौर्य एवं बलिदान को याद करते हुए देश को रक्षा में आत्मनिर्भर बनाने पर जोर देते हुए कहा कि आजादी के बाद हम सामरिक आजादी की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। हम मेक इन इंडिया से आगे बढ़कर मेक फॉर द वर्ल्ड की ओर बढ़ रहे हैं। इसी क्रम में डिफेंस कॉरिडोर एक महत्वपूर्ण कदम साबित होने जा रहा है एवं आगामी एक से डेढ़ दशक के दौरान हम न केवल आत्मनिर्भर होंगे बल्कि दूसरे देशों को भी रक्षा उपकरण निर्यात करने में सक्षम होंगे।
देश में चल रहे अमृत महोत्सव के अन्तर्गत रानी लक्ष्मीबाई जयंती पर आयोजित तीन दिवसीय झांसी जलसा महोत्सव का संयुक्त रुप से शुभारंभ करते हुए रक्षामंत्री श्री राजनाथ सिंह जी ने कहा कि इस धरती का कण-कण रानी झांसी की शौर्य गाथा से जुड़ा हुआ है, इस गाथा को शब्दों में सुंदर ढंग से पिरोने वाली महाकवियत्री सुभद्रा कुमारी चौहान की वह पंक्तियां भी सुनायी कि ‘‘दूर फिरंगी को करने की सबने मन में ठानी थी, खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी’’, उन्होंने कहा कि भले ही रानी झांसी की उम्र लंबी नहीं थी परंतु उनकी वीरता एवं शौर्य की गाथा का कोई अंत नहीं है. जब छोटी-छोटी रियासतें अंग्रेजी सरकार के सामने घुटने टेक रही थीं तब उन्होंने कहा था कि ‘‘मैं अपनी झांसी नहीं दूंगी’’.
हमारी आने वाली पीढ़ियों को उनके संघर्ष से प्रेरणा लेनी चाहिए। इतनी कम उम्र में रानी ने अपनों तथा बच्चों को साथ, राजपाठ बहुत कुछ खोया परंतु देश का मान सम्मान नहीं खोने दिया। रानी की वीरता ने नारी शक्ति को नया नाम दिया है। उन्होंने महिला होने को अपनी बाधा नहीं बनने दिया और उन्हीं की प्रेरणा का परिणाम है कि आज देश के हर क्षेत्र में महिलाओं को स्थान मिला है यहां तक की सेना में भी स्थाई कमीशन दिया जा रहा है। श्री सिंह ने इस बात का भी उल्लेख किया कि नेशनल सैन्य एकैडमी द्वारा महिलाओं के लिए खोले जाने का परिणाम यह है कि इस साल एनडीए के लिए दो लाख से अधिक लड़कियों ने परीक्षा दी है।
मा0 रक्षा मंत्री जी ने राष्ट्र रक्षा समर्पण पर्व को याद करते हुए बताया कि राष्ट्र रक्षा के लिए ही चाणक्य ने चंद्रगुप्त जैसे महान शासक को बनाया था। सेना को आत्मनिर्भर बनाने के लिए डिफेंस कॉरिडोर का महत्व समझाते हुए उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को भी याद किया कहा कि बापू का स्वदेशी का मतलब ही आत्मनिर्भर भारत बनाना था। रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ उन्होंने देश की सीमाओं सहित साइबर हमले एवं अंतरिक्ष से होने वाले खतरे पर भी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसी स्थिति में हमें अपने सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने की जरूरत है, ऐसी आधुनिक सेना तैयार करनी है जो इन सब चुनौतियों का सामना कर सके। इसके लिए रक्षा उपकरणों में आत्मनिर्भरता बहुत जरूरी है। उन्होंने प्रसन्नता जाहिर करते हुए बताया कि हमारे सैनिकों द्वारा जो भी हथियार उपयोग किए जाते हैं उनमें से आज 209 हथियार भारत में बनने लगे हैं। इतना ही नहीं हम उनको अन्य देशों को भी निर्यात कर सकेंगे। देशी कंपनियों को आत्मनिर्भर बनाने के क्रम में बताया कि इस बार एचएएल को 50 हजार करोड़ का ऐतिहासिक आर्डर दिया गया है तथा पिछले 7 सालों के दौरान 38 हजार करोड़ का रक्षा उपकरण निर्यात किये गये हैं और अब हम मेक इन इंडिया से आगे बढ़कर मेक फॉर द वर्ल्ड लक्ष्य की ओर बढ़ रहे हैं।
इस दौरान मा0 रक्षा मंत्री जी ने प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए कहा कि वह केवल कर्मयोगी ही नहीं, भक्त योगी भी हैं। उत्तर प्रदेश के विकास कार्यों सहित डिफेंस कॉरिडोर बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे तथा करोना काल के दौरान योगी सरकार द्वारा किए गए कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि देश के अन्य राज्यों में भी इस कर्म योगी की सराहना हो रही है और दूसरी ओर इनका नाम याद आते ही अपराधियों की हार्टबीट (दिल की धड़कन) बढ़ जाती है।
इससे पूर्व रानी झांसी की याद में मनाए जा रहे झांसी जलसा महोत्सव का उद्घाटन करते हुए प्रदेश के मा0 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह धरती तो वीरांगनाओं की पहचान है। रानी झांसी के 193 वां जन्मदिन को अमृत महोत्सव से जोड़कर मनाना एक सुंदर प्रयास किया गया है। सन् 1857 में विदेशी शासन की चूले हिलाने वाली रानी झांसी का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है। आज भी उनकी वह पंक्तियां जोश भर देती हैं ‘‘खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी’’ और उनका अमृत वाक्य ‘‘मैं अपनी झांसी नहीं दूंगी’’ युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
प्रदेश के मुखिया मा0 मुख्यमंत्री श्री योगी जी ने रानी झांसी के बलिदान को याद करते हुए उनके अमर अमृत वाक्य ‘‘मैं अपनी झांसी नहीं दूंगी’’ का उदाहरण देते हुए कहा कि रानी लक्ष्मीबाई ने आजादी के दीवानों के बीच उत्साह पैदा करने का काम किया साथ ही उन्होंने प्रदेश के विकास कार्यों पर भी प्रकाश डाला।
इस समारोह का समापन देश के प्रधानमंत्री द्वारा 19 नवंबर को किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यहां से चित्रकूट सहित प्रदेश के अन्य 4 स्थानों पर डिफेंस कॉरिडोर का काम बहुत तेजी से आगे बढ़ना है, इतना ही नहीं बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे बहुत जल्दी पूरा होगा तथा ललितपुर में भी एक मेडिकल कॉलेज बनाया जा रहा है तथा मार्च 2022 तक साढे़ 10 हजार करोड़ की लागत से हर घर जल पहुंचने वाला है।
कार्यक्रम से पूर्व कार्यक्रम स्थल के पास ही लक्ष्मी व्यायाम मंदिर प्रांगण में सेना के जवानों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया तथा कार्यक्रम उपरांत मा0 रक्षा मंत्री द्वारा यहां हाथी ग्राउंड पर स्थित रक्षा उपकरणों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया गया।
इस अवसर पर रक्षा सचिव भारत सरकार श्री अजय कुमार, केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री भानु प्रताप सिंह वर्मा, राज्यमंत्री श्री मनोहरलाल पंत, सांसद झांसी श्री अनुराग शर्मा, मेयर श्री रामतीर्थ सिंघल, विधायक सदर श्री रवि शर्मा, विधायक बबीना श्री राजीव सिंह पारीछा, विधायक मऊरानीपुर श्री बिहारीलाल आर्य, विधायक गरौठा श्री जवाहर लाल राजपूत, एडीजी कानपुर जोन श्री भानु भास्कर, मण्डलायुक्त श्री अजय शंकर पाण्डेय, डीआईजी श्री जोगेन्दर कुमार, जिलाधिकारी श्री रविन्द्र कुमार, एसएसपी श्री शिवहरी मीणा, नगर आयुक्त श्री अवनीश कुमार राय, मुख्य विकास अधिकारी श्री शैलेष कुमार सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी तथा जनप्रतिनिधिगण एवं बड़ी संख्या आमजनमानस मौजूद रहे।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts to your email.