मो. मुजम्मिल, जुन्नारदेव/छिंदवाड़ा (मप्र), NIT:

परिवार परामर्श केंद्र की बैठक में कौंसिल के सामने एक रोचक मामले में सुनवाई करते समय एक गंभीर तथ्य सामने आया जिसके अनुसार एक महिला जिसने आवेदन किया था वह जिसके साथ आठ वर्षों से साथ रह रही थी तथा इनके बीच मजदूरी के लिए होशंगाबाद में रहते समय प्रेम संबंध बन जाने से दोनों साथ रह रहे थे तथा इस बीच दोनों के एक बेटी भी हो गई। आदमी द्वारा महिला पर अनावश्यक शंका करने के कारण आए दिन इनके बीच विवाद होने पर महिला द्वारा परिवार परामर्श केंद्र में गुहार लगाई गई जिसपर अनावेदक को बुलाकर कठोर शब्दों में समझाइश दी गई। आपस में बात भी कराई गई आदमी द्वारा आवेदिका के साथ शीघ्र ही विधिवत विवाह करने व उसे भविष्य में अनावश्यक रूप से परेशान न करने का वचन दिया गया। इसी प्रकार अन्य तीन मामलों में भी परामर्शदाता गहन समझाइश के फलस्वरूप समझोता करवाने में सफल हो सके। चार प्रकरणों में समझौता नहीं होने के कारण पक्षकारों को न्यायालय की शरण में जाने की सलाह के साथ एवं अन्य दो प्रकरणों में पक्षकारों की लगातार अनुपस्थिति के कारण प्रकरण नस्तीबद्ध किए गए।
अनुविभागीय अधिकारी पुलिस एस के सिंह के मार्गदर्शन में अधिवक्ता प्रदीप कुमार शर्मा आहुति शर्मा प्रीति श्रीवास्तव पुष्पलता राठौर एवं रश्मि राय ने पेश किए गए सत्रह प्रकरणों की काउंसिलिंग करते हुए शेष हूं प्रकरणों में समझौते कि संभावना पाते हुए पक्षकारों समझौते के लिए समझाइश देकर को विचार विमर्श के लिए समय प्रदान किया।
