हिमांशु सक्सेना, ग्वालियर (मप्र), NIT:
46 दिन के लाॅकडाउन के बाद एक जून से बाजार आधे-अधूरे खुल रहे थे। 10 जून से बाजार पूरी तरह से खुलना शुरू हुए, लेकिन उसके दूसरे ही दिन शहरवासियों ने लापरवाही का परिचय दे दिया। शुक्रवार को महाराज बाड़ा स्थित टोपी बाजार, नजरबाग मार्केट, सुभाष मार्केट व गांधी मार्केट समेत अन्य बाजारों में लोगों की भीड़ गर्मी के बावजूद काफी अधिक देखी गई। बाजार में यह भीड़ चार बजे के बाद अधिक होना शुरू हुई।
साढ़े चार बजे व्यापारियों को दुकानें बंद करने की चिंता सताई, लेकिन ग्राहकी का मोह नहीं छोड़ा और कई दुकानों के सामने 10-10 लोग खड़े हुए थे। 4:30 से 5:30 बजे बाजारों में हड़बड़ी का दौर देखा गया। बाजार में सुरक्षित शारीरिक दूरी का नियम पूरी तरह से टूट गया। नया बाजार, दौलतगंज, माधौगंज आदि चौड़ी सड़कों वाले बाजारों में यूं तो अधिक भीड़भाड़ दिखाई नहीं दे रही थी, लेकिन मोबाइल व सोना-चांदी की दुकानों पर ग्राहकों की संख्या काफी अधिक थी। चार बजे के बाद इन सड़कों पर अचानक से ट्रैफिक बढ़ गया, जिसके कारण जाम के हालात बन गए। कई लोगों को 20-30 मिनट जाम में ही फंसा रहना पड़ा। सराफा बाजार, राम मंदिर रोड, फालका बाजार, शिंदे की छावनी, जयेंद्रगंज रोड पर भी पांच बजे के करीब काफी अधिक ट्रैफिक रहा। बाजार में कई व्यापारी व आमजन बिना मास्क के भी नजर आए।
बाड़ा-सराफा में पैर रखने की जगह नहीं
शुक्रवार काे दाेपहर तीन से पांच बजे के बीच महाराज बाड़ा और सराफा बाजार में पैर रखने की जगह नहीं थी। गाड़ियां घंटाे जाम में फंसी लगी। पैदल चलने वालाें काे भी खासी परेशानी झेलना पड़ी।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts to your email.