डीआईजी साहब ज़रा एक नज़र इधर भी: आप के आरक्षक पत्रकार को फोन पर दे रहे हैं मां बहन की भद्दी भद्दी गालियां क्या पीड़ित को मिलेगा न्याय?? | New India Times

अबरार अहमद खान/मुकीज़ खान, भोपाल (मप्र), NIT:

डीआईजी साहब ज़रा एक नज़र इधर भी: आप के आरक्षक पत्रकार को फोन पर दे रहे हैं मां बहन की भद्दी भद्दी गालियां क्या पीड़ित को मिलेगा न्याय?? | New India Times

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है। दवा लेने जा रहे भाई बहन को निशातपुरा थाने में पदस्थ शैलेंद्र नाम के आरक्षक ने बिना कारण जाने पीटना शुरू कर दिया। हद तो तब हो गई जब एक पत्रकार को फोन पर मां बहन की भद्दी भद्दी गालियां देना शुरू कर दी। पूरे मामले को लेकर युवक ने छोला थाने में शिकायती आवेदन देकर कार्यवाही की मांग की है।

डीआईजी साहब ज़रा एक नज़र इधर भी: आप के आरक्षक पत्रकार को फोन पर दे रहे हैं मां बहन की भद्दी भद्दी गालियां क्या पीड़ित को मिलेगा न्याय?? | New India Times

मिली जानकारी के अनुसार अमित द्विवेदी पिता श्री दयाराम द्विवेदी निवासी मन. 1355 गली न. 3 नवजीवन कॉलोनी छोला रोड निवासी ने छोला थाने में शिकायती आवेदन देकर कार्यवाही की मांग करते हुऐ कहा है कि मेरे गले में दर्द होने के कारण दिनांक 11/05/2021 को रात लगभग 9 बजे में अपनी छोटी बहन प्रिया तिवारी के साथ दवाई लेने मेडीकल जा रहा था और 80 फिट पेट्रोल पंप (थाना छोला मंदिर के पास मुझे दो पहिया वाहन से दो पुलिस कर्मचारी मिले और उनमें से एक पुलिस कर्मचारी जोकि नशे में था उसके मुंह से दारू की बदबू आ रही थी उन्होने मुझे बिना कुछ पूछे और बिना कुछ बात किए मुझे डंडा मार दिया और उसके बाद मेरी बहन को भी डंडा मारने की कोशिश की तो मैंने उसे पकड़ लिया और उसके बाद उस पुलिस कर्मचारी ने मुझे और मेरी छोटी बहन को गन्दी गन्दी गालीयां देने लगे और मेरी एक भी बात नहीं सुनी जिसके बाद मैंने उस पुलिस कर्मचारी से उनका नाम पूछा तो उन्होंने मुझे स्वंय का नाम शैलेन्द्र बताया और मैंने पूछा कि आप कौन से थाने में पदस्थ हैं तो मुझे बताया कि थाना निशातपुरा में पदस्थ हूँ.

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रात ज्यादा हो जाने के कारण मैं अपने घर चला गया और उसके बाद मैंने आज दिनांक 12/05/2021 को हमिदिया अस्पताल में मेडिकल करवाया जिसकी छायाप्रति सलग्न है। वहीं दोनों पीड़ितों का कहना है कि उसने किसी भी तरह की बातचीत नहीं की जिसका सीसीटीवी फुटेज भी मौजूद है साथ में मौजूद दूसरे पुलिसकर्मी ने रोकने तक की कोशिश नहीं की और वह चुपचाप खड़ा होकर तमाशा देखता रहा।
आप को बता दें कि जब पीड़ित ने बताया कि उसका बड़ा भाई पत्रकार है और वह बात करना चाहता है तो उसने पत्रकार शब्द सुनते ही भद्दी भद्दी गालियां देना शुरू कर दी और फिर उसके बाद उसने मोबाइल भी फोड़ दिए वहीं पूरे मामले को एसपी नॉर्थ विजय खत्री को संज्ञान में लाया गया उन्होंने कार्यवाही का आश्वासन दिया है।


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