यूसुफ खान, ब्यूरो चीफ, धौलपुर (राजस्थान), NIT:

हिंदू धर्म रक्षक वीर शिरोमणि महाराजा सूरजमल जी के जन्म दिवस के अवसर पर राजस्थान जाट कर्मचारी, अधिकारी संगठन धौलपुर के पदाधिकारियों ने महाराजा सूरजमल जी के जन्मदिवस पर उन्हें कोटि-कोटि नमन किया और भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर जिला संस्थापक चन्द्रभान चौधरी ने बताया कि महाराजा सूरजमल जी के बारे में बताते हुए कहा कि हमें गर्व है अपने जाट प्लेटो हिंदू धर्म रक्षक वीर शिरोमणि महाराजा सूरजमल जी पर जिन्होंने अपनी वीरता और उदारता का परचम पूरे भारत देश में लहराया और एक अजय योद्धा के रूप में अपनी पहचान बनाई कृष्ण भक्त थे महाराजा सूरजमल महाराजा सूरजमल इन्होंने लगभग 80 बड़े युद्ध लड़े और वह प्रत्येक युद्ध में विजेता रहे। वह एक वीर योद्धा होने के उपरान्त भी सरल और धार्मिक विचारों के थे। विनयशीलता उनका विशिष्ट गुण था। अहंकार उनको छू तक न गया था। श्री लक्ष्मण जी उनके इष्टदेव थे। राम कृष्ण महन्त उनके गुरू थे। मथुरेश तथा गोकुलाधीश के प्रति उनकी अटूट श्रद्धा थी। उन्होंने बरसाना-गोवर्धन, मथुरा, वृन्दावन तथा ब्रज के अन्य-अन्य स्थानों पर अनेक मंदिर, कुंज तथा ताल बनवाये थे। वह बड़ों का सत्कार तथा ब्राह्मणों का आदर करते थे। पंडित कालूराम उनके कुल पुरोहित थे। उन्होंने अपने राज्य में दान का एक पृथक विभाग खोल दिया था। नरोत्तम चतुर्वेदी के पुत्र सोमनाथ इस विभाग के अध्यक्ष थे। उन्हें दानाध्यक्ष कहा जाता था इस मौके पर राष्ट्रीय जाट एकता मंच धौलपुर जिला अध्यक्ष अजय पुनिया, रामवीर सिंह, रणधीर जाट, पल्लव उमरारा, अरुण फौजदार, मुकेश बालोदिया, सुल्तान सिंह, भूपेन्द्रजाट, सूरज ठाकुर, युवराज जाट, गोल्डी सरदार, सनी ओझा उपस्थित थे।
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