हरकिशन भारद्वाज, ब्यूरो चीफ, सवाई माधोपुर (राजस्थान), NIT:
मात्र 9 दिन पहले राजनीतिक रसूख के दम पर जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक के पद से पदोन्नत मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी रामखिलाड़ी बेरवा को सरकार ने एपीओ कर दिया है। बैरवा के एपीओ को लेकर जहां शिक्षा विभाग में खींचतान के हालात हैं वहीं राजनीतिक गलियारों में भी इसके कई मायने लगाए जा रहे हैं।
9 दिन पहले राम खिलाड़ी बैरवा जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक के पद पर काम कर रहे थे लेकिन प्रमोशन के बाद भी उनको कहीं नहीं लगाया गया था ऐसे में 9 दिन पहले सरकार ने एक आदेश जारी कर यहां काम कर रहे मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी को उनके पद से हटाकर मुख्यालय भेज दिया था और रामखिलाड़ी बेरवा को जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक से मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी की सीट पर नियुक्त कर दिया था ।
नियमों को नजरअंदाज कर शिक्षकों के किए थे ट्रांसफर
शिक्षा विभाग में आपसी खींचतान के चलते राजस्थान शिक्षा संघ पंचायत राज के जिला अध्यक्ष मोहम्मद जाकिर ने रामखिलाड़ी बेरवा के खिलाफ मोर्चा खोला। जाकिर का आरोप था कि राम खिलाड़ी बैरवा ने भ्रष्टाचार करते हुए शिक्षा विभाग के सभी नियमों को ताक में रखकर शिक्षकों को उनकी सुविधा के अनुसार पहले एपीओ किया और बाद में उनके आवास के निकटतम विद्यालयों में नियुक्त कर दिया। जाकिर ने इसकी शिकायत राजनेताओं और अधिकारियों से भी की लेकिन उनकी शिकायतों को दरकिनार कर दिया और शिक्षा विभाग ने राम खिलाड़ी बैरवा को मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी के पद पर नियुक्ति दे दी।
बामनवास विधायक इंदिरा मीणा के प्रयासों के बाद शिक्षा विभाग के संयुक्त शासन सचिव राजेश वर्मा ने आदेश जारी कर 27 अक्टूबर 2020 को जारी किए गए आदेश में राम खिलाड़ी बेरवा को मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी सवाई माधोपुर और तत्कालीन मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी सवाई माधोपुर को मुख्यालय निदेशालय माध्यमिक शिक्षा राजस्थान बीकानेर के कार्यालय में किए गए थे।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts to your email.