मो.मुजम्मिल, जुन्नारदेव/छिंदवाड़ा (मप्र), NIT:
कोरोना महामारी के चलते विगत 6 महीनों से न्यायालय कार्य बंद है जिससे पक्षकारों के साथ अधिवक्ताओं को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। व्यवहार न्यायालय में नियमित सुनवाई कोरोना महामारी के कारण रोक लगी है जिसके कारण जरूरी प्रकरण, भरण पोषण के मामलों की सुनवाई नहीं होने से कई पक्षकारों को सस्ता सुलभ शीघ्र न्याय प्राप्त नहीं हो रहा है। इसके साथ ही अधिवक्ताओं को भी आर्थिक परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। अधिवक्ताओं एवं पक्षकारों की इस पीड़ा को क्षेत्रीय विधायक सुनील उइके के समक्ष अधिवक्ता संघ ने ज्ञापन सौंपकर रखी। अधिवक्ता संघ ने मांग की है कि व्यवहार न्यायालय में नियमित सुनवाई फिजिकल डिस्टेंस के साथ कोरोना महामारी के दिशानिर्देशों का पालन के साथ प्रारंभ किया जावे। सिविल न्यायालय में नियमित सुनवाई का ज्ञापन सौंपते समय अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष धर्मेंद्र राव, सचिव सलीम उद्दीन, डीआर भोंडेकर, पंकज श्रीवास्तव, संतोष पवार, लक्ष्मी नारायण साहू, पीर अली, जितेंद्र कुशवाहा, वंदना डेहरिया, पारुल शर्मा आदि अनेकों अधिवक्ता गण उपस्थित थे।
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