गणेश मौर्य, ब्यूरो चीफ, अंबेडकरनगर (यूपी), NIT:
कोरोना वायरस को लेकर आम लोग साफ सफाई के प्रति सजग हो रहे हैं। घरों व आसपास में गंदगी नहीं रहे इसके लिए लोग सक्रिय हो गए लेकिन अकबरपुर नगर पालिका प्रशासन अभी भी कुंभकर्ण की निद्रा में है। इस जानलेवा बीमारी से जहां लोग डरे व सहमे हैं वहीं दूसरी तरफ शहर की साफ सफाई व्यवस्था की हवा निकल रही है। शायद अकबरपुर पालिका प्रशासन को दिलचस्पी नहीं है जबकि नगर पालिका द्वारा नगर पालिका को प्रतिमाह साफ सफाई के नाम पर लाखों रुपए खर्च किए जा रहे हैं और जागरूकता अभियान भी चलाये जा रहे हैं, ऐसे में शहर की साफ-सफाई की व्यवस्था पर सवाल उठाना लाजमी है। अकबरपुर में कारोना का सबसे अधिक खतरा मंडरा रहा है, इसके कई कारण हैं समय पर शहर की साफ-सफाई ना होना, नालियां भरी पड़ी हैं, मच्छर पनप रहे हैं, कई वार्ड ऐसे भी हैं जहां ना तो सेनीटाइज किया गया ना ही दवे का छिड़काव ऊपर से शहर में जगह-जगह पर पसरी गंदगी, जाम नाला से निकलने वाली बदबू कारोना वायरस को आमंत्रण दे रही है। मच्छरों का आतंक मौसम के मिजाज से तब्दीली आई है। वार्ड नंबर 20, सिझौली में ना तो साफ-सफाई की व्यवस्था है ना दवा छिड़काव की व्यवस्था, सभासद भी अपने में मस्त मौला हैं।
स्वच्छ भारत अभियान की नगर पालिका द्वारा किस कदर धज्जियां उडाई जा रही हैं, अगर इसकी बानगी देखनी है तो वार्ड क्रमांक 20 में देख सकते हैं। वार्ड में चारों ओर गंदगी पसरी हुई है। बजबजाती नालियों से निकलती बदबू से नगरवासी परेशान हैं लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। हालात यह हैं कि जहां से लोग अपने घरों के लिए पीने का पानी भरते हैं नल कनेक्शन भी नाली के अंदर की तरफ गंदगी के बीच से ले रहे हैं।
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