सहारा बैंक में खाता धारकों के करोड़ों रूपये फंसे, नहीं कर रहे हैं भुगतान | New India Times

फराज़ अंसारी, ब्यूरो चीफ, बहराइच (यूपी), NIT:

सहारा बैंक में खाता धारकों के करोड़ों रूपये फंसे, नहीं कर रहे हैं भुगतान | New India Times

नानपारा में स्थित सहारा बैंक रिज़िनल ऑफिस में लोगों के करोड़ों रुपये फंसे हैं और बैंक उसका भुकतान नहीं कर रहा है। ज्ञात हो की कुछ वर्षों से सहारा बैंक के बंद होने के कयास लगाये जा रहे हैं। नानपारा की शाखा में हज़ारों खाताधारक हैं जिनका करोड़ों रुपये बैंक में जमा हैं, समय पूरा होने के 2-3 साल अधिक बीत जाने के बाद भी उनका भुकतान बैंक नहीं कर रहा है और खाताधारक रोज बैंक का चक्कर लगाते हैं मगर उनके द्वारा जमा किया गया रुपया मिल नहीं पा रहा है जिससे लोगों को काफी दिक्कत उठानी पड़ रही है।

बताते चलें कि सहारा के कर्मियों की चिकनी चुपड़ी बातों में आकर लोगों ने खूब खाते खुलवाये और कर्मियों ने जमकर प्रति दिन पैसा जमा कराया। किसी का तो 15-20 सालों का फिक्स डिपॉजिट कर दिया, अब प्रति दिन जमा करने वाले लोगों को समय बीत जाने के बाद भी भुकतान नहीं मिल पा रहा है तो फिक्स डिपॉजिट वाले खाताधारक अधिक परेशान हो रहे हैं कि अगर 10-20 हज़ार रुपये जमा करने वालों का भुकतान नहीं हो पा रहा है तो लाखों का भुकतान कैसे किया जायेगा। अधिकतर लोगों ने बच्चों की पढ़ाई, शादी, मकान बनवाने आदि जरूरतों को सोच कर इस बैंक में पैसा जमा किया था मगर उनके खाते का समय बीत जाने के बाद भी भुकतान नहीं किया जा रहा तो लोगों की चिंता जायज है। लोग सोच रहें है कि इससे पूर्व भी कई बैंक भाग चुके हैं कहीं सहारा भी भाग जायेगा तो उनका जमा किया गया रुपया चला जायेगा इस कारण खाताधारक प्रति दिन बैंक का चक्कर लगाने को मजबूर हैं।

सहारा बैंक में खाता धारकों के करोड़ों रूपये फंसे, नहीं कर रहे हैं भुगतान | New India Times

बैंक में भुकतान न किये जाने के संबंध में जब बैंक के मैनेजर से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि ऊपर से पेमेन्ट नहीं आ रहा है इस कारण भुकतान नहीं हो पा रहा है और अब यहाँ पर वसूली भी कम हो गई है। जब उनसे पूछा गया कि ऊपर से पैसा नहीं आ रहा है तो कर्मचारियों को कमीशन कैसे दिया जा रहा है तो वह कोई जवाब नहीं दे पाये और रिज़िनल मैनेजर के पास टरका दिया। रिज़िनल मैनेजर ने कहा कि मेरे हाथ में कुछ नहीं है सब कुछ बैंक मैनेजर ही बता सकते हैं ऐसा कर बैंक के अधिकारी लोगों को गुमराह कर रहे हैं और कर्मचारी मौज कर रहे हैं लोगों के पैसों से मिलने वाली कमीशन से। लोगों का कहना है कि अब वह भूल कर भी सहारा बैंक में खाता नहीं खुलवाएंगे क्योंकि जरुरत के समय जब टाइम पर पेमेन्ट नहीं किया जायेगा तो क्या फायदा सहारा बैंक में पैसा जमा करने से। लोगों का कहना है कि हम लोगों का जमा किया गया रुपया दांव पर लगा है, क्या पता मिल पाता है कि नहीं। खाताधारकों ने शासन प्रसाशन से मांग की है कि हम लोगों के जमा किये गये पैसे का भुकतान कराया जाए।

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