खेल-खेल में अंग्रेजी सीखते हैं बच्चे, किसी कान्वेंट स्कूल से कम नहीं है बिजुआ ब्लॉक के चक पसिया पुर का परिषदीय जूनियर विद्यालय | New India Times

वी.के.त्रिवेदी, ब्यूरो चीफ, लखीमपुर-खीरी (यूपी), NIT:

खेल-खेल में अंग्रेजी सीखते हैं बच्चे, किसी कान्वेंट स्कूल से कम नहीं है बिजुआ ब्लॉक के चक पसिया पुर का परिषदीय जूनियर विद्यालय | New India Times

विकास खंड बिजुआ के उच्च प्राथमिक विद्यालय चक पसिया पुर के शिक्षकों ने बच्चों को पढ़ाने का बेहद आसान तरीका निकाला है। इस बेहतरीन तरीके से बच्चों को पढ़ाना भी आसान है। इसमें बच्चों को पढ़ने के लिए घेरना नहीं पड़ता बल्कि बच्चे स्वयं पढ़ने के लिए तैयार हो जाते हैं। इसके माध्यम से बच्चों में पढ़ाई-लिखाई के अलावा टीम भावना, आपसी सहयोग, सहिष्णुता, अनुशासन, आज्ञा पालन, समय पालन आदि गुणों का भी विकास तेजी के साथ होता है। यहां के शिक्षक एसपी सिंह ने बच्चों को अंग्रेजी भाषा की कठिन से कठिन शब्दावली को महज खेल खेल में सिखाई है। शिक्षक एसपी सिंह ने बच्चों को समय पालन करने के साथ-साथ कम खर्चालु होने पर भी काफी बल देते हैं। शुक्रवार को उनकी अगुवाई में बच्चों ने अंग्रेजी के स्लोगन के साथ खूबसूरत रंगोली बनाई। अंग्रेजी सिखाने का जुनून सवार किये हुए विद्यालय के अंग्रेजी शिक्षक एस पी सिंह ने बच्चों को रंगोली बनाने हेतु प्रेरित किया और बच्चों ने दिवाली त्यौहार के सापेक्ष हैप्पी दिवाली बोलते- बोलते खेल-खेल में शिक्षा में शून्य निवेश के तहत रंगोली बनाई। शिक्षक एसपी सिंह ने बच्चों को बताया कि कम खर्च में कैसे शिक्षा हासिल की जा सकती है। इसके उदाहरण के तौर पर शून्य निवेश के तहत रंगोली बनवाई। इस अवसर पर बच्चों को प्रदूषण रहित दीपावली मनाने की शपथ दिलाई गई। शिक्षकों ने बच्चों को प्रदूषण से होने वाले घातक परिणामों से अवगत कराया। जिससे बच्चों ने इस बार प्रदूषणमुक्त दीपावली मनाने की पहल का स्वागत करते हुए शपथ ग्रहण की। विद्यालय के अनुदेशकों ने बच्चों के साथ मिलकर रंगोली बनवाई। शिक्षक अनूप कुमार ने दिवाली पर्व के महत्व के बारे में बच्चों को बताया एवं सभी को मिलजुलकर दिवाली मनाने हेतु शुभकामनाएं दीं। बच्चों ने हैप्पी दिवाली कहकर विद्यालयों के अध्यापकों को शुभकामनाएं दीं।


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