महाराष्ट्र के आगामी विधानसभा चुनाव में RPI (खोब्रागडे) 100 सीटों पर लड़ेगी चुनाव, बैलेट पेपर से चुनाव कराने की भी की गई मांग | New India Times

मकसूद अली, नागपुर (महाराष्ट्र), NIT:

महाराष्ट्र के आगामी विधानसभा चुनाव में RPI (खोब्रागडे) 100 सीटों पर लड़ेगी चुनाव, बैलेट पेपर से चुनाव कराने की भी की गई मांग | New India Times

रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (खोबागडे) आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में अन्य दलों के साथ बहुजन मोर्चा तैयार करके 100 से भी अधिक सीटों पर चुनाव लडेगी। पार्टी की नागपुर में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक सम्पन्न हुई जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सुनील रामटेके ने यह जानकारी दी कि आर.पी.आय (खोब्रागडे) का पंजीयन विगत 40 वर्षों से वि. बैरिस्टर राजाभाउ खोब्रागडे के हयात से है। हमारी पार्टी के म.प्र.,महाराष्ट्र, उ.प्र., तमिलनाडू, आंध्र प्रदेश आदि राज्यों में विधायक एवं सांसद चूने जा चूके है। श्री रामटेके ने निर्वाचन आयोग से मांग की है कि, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव बैलेट पेपर से कराई जावे। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के अन्य समान विचारधारा व छोटे छोटे दलों को मिलाकर एक मोर्चा तैयार किया जायेगा। श्री रामटेके ने पृथक विदर्भ की पुनः पुरजोर मांग की है। यु.पी.ए. सम्मान जनग समझौता करने पर विचार किया जायेगा। कार्यकारिणी ने निर्णय लिया कि दलितों, आदिवासियों को सत्ता पक्ष द्वारा पर्याप्त प्रतीनीधीत्व नहीं दिया जा रहा है। महाराष्ट्र में किसानों का कर्ज पूरी तरह से माफ नहीं हो पाया है और ना ही उन्हें लोन मिल रहा है। उन्हें कर्ज माफ कराकर लोन देने की मांग की है। बेरोजगारी की समस्या जस की तसी बनी हुई है। परिषद में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सुनील रामटेके, अतिरिक्त राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ.सेवक गजभिए, सुरेश खापर्डे, राष्ट्रीय महामंत्री श्री तुलजी पगारे, विदर्भ अध्यक्ष सुधाकर घायवण, प्रदेश महामंत्री, रमेश रामटेके डीटु महामंत्री के कैलाश पाटील, रावसाहेब ढेपे, श्रीमती ज्योति खोब्रागडे, सपना प्रधान, नागपूर प्रदेश अध्यक्ष मोरेश्वर मेश्राम, पराग खोब्रागडे, बबन रामटेके, नागपुर अध्यक्ष अशोक भिवगडे, पुंडलीकराव गोडे, भिमराव ढोके, गोपाल पाटील, श्रीमती कुसरे, नागलेजी, आठवलेजी आदी शामिल थे।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

By nit

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading