अंकित तिवारी, ब्यूरो चीफ, प्रयागराज (यूपी), NIT:
ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन इलाहाबाद की टीम ने शुक्रवार 28 जून को मॉब लिंचिंग के विरोध में सुभाष चौराहे पर प्रदर्शन किया और जो लोग मोब लिंचिंग के शिकार हुए हैं उनकी आत्मा की शांति के लिए कैंडल जलाया।
युवा नगर अध्यक्ष इफ्तेखार अहमद मंदर ने कहा कि जब से देश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी है तभी से मॉब लिंचिंग का जन्म हुआ है और भारतीय जनता पार्टी की संरक्षण में पल रहे तमाम उग्रवादी संगठन इस तरीके की घटना को अंजाम दे रहे हैं और मासूम भारतीयों को निशाना बना रहे हैं और उनका खून बहा रहे हैं। आज माइनॉरिटी, दलित, मुस्लिम, इसाई अपने ही देश में महफूज नहीं हैं और वह सब डर में जिंदगी व्यतीत कर रहे हैं। जिस जिस राज्य में मॉब लिंचिंग की घटना घटी है बड़े दुख और अफसोस की बात है कि वहां का चीफ मिनिस्टर तक इस मैटर पर बोलने को तैयार नहीं हैउसकी खामोशी इस तरीके की घटना को बढ़ावा दे रही है प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी सब के साथ सबका विकास सबका विश्वास की बात करते हैं जो की पूरी तरह जुमलेबाजी है उनके कथनी और करनी में बहुत फर्क है प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी मुस्लिम महिलाओं की बात करते हैं लेकिन आज मुस्लिम महिलाएं मॉब लिंचिंग की वजह से विधवा हो रही हैं प्रधानमंत्री को इसे भी गंभीरता से लेना चाहिए और अगर वाकई में मुस्लिम महिलाओं का इतनी फिक्र है तो तीन तलाक पर नहीं बल्कि मॉब लिंचिंग के खिलाफ एक मजबूत कानून बनाना चाहिए ताकि इस तरीके की घटना को अंजाम देने वालों को कठोर सजा मिल सके और आगे इस तरीके की घटना पर अंकुश लगाया जा सके आज देश गलत दिशा में जा रहा है देश के अंदर नफरत का माहौल बढ़ रहा है आपसी सद्भाव भी खत्म हो रहा है लोग एक दूसरे के खून के प्यासे हो रहे हैं जो कि बहुत दुख और अफसोस की बात है ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के लोग यही मांग करते हैं और अगर इस पर जल्द से जल्द कोई कठोर कार्रवाई नहीं हुई तो मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के लोग देश भर में और बड़ा आंदोलन करेंगे और जो जो परिवार मॉब लिंचिंग का शिकार हुआ है उसे एक बड़ा मौजा देकर उनके दुख को कुछ ना कुछ कम किया जाए और उनके परिवार के किसी ना किसी जिम्मेदार सदस्य को सरकारी नौकरी भी देने की मांग की गई है।
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