आल इंडिया उलमा बोर्ड के आह्वान पर माॅब लिंचिंग के खिलाफ मुस्लिम समाज ने इकबाल मैदान पर किया प्रदर्शन | New India Times

अबरार अहमद/नसीम शेख, भोपाल (मप्र), NIT:

आल इंडिया उलमा बोर्ड के आह्वान पर माॅब लिंचिंग के खिलाफ मुस्लिम समाज ने इकबाल मैदान पर किया प्रदर्शन | New India Times

देश में बढ़ती मॉब लिंचिंग की घटनाओं से जहां अमन पसंद लोगोँ में नाराज़गी और गुस्सा पाया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ अब मुसलमान भी कमर कसकर मैदान में आ गए हैं। आल इंडिया उलमा बोर्ड के साथ ही भोपाल की जानी मानी मुस्लिम संस्थाओं और आम मुसलमानों ने आज जुमे की नमाज़ के बाद भोपाल के ऐतिहासिक इकबाल मैदान में मॉब लिंचिंग के खिलाफ ज़बरदस्त विरोध प्रदर्शन करते हुए झारखण्ड में हुए तबरेज अंसारी हत्याकांड के दोषियों को जल्द से जल्द फांसी देने की मांग की।

इकबाल मैदान पर प्रदर्शन कर रहे मुस्लिम समाज के लोगों का कहना हैं कि जबसे केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आई है तबसे भारत में मॉब लिंचिंग की घटनाओं में जबरदस्त इजाफा हो रहा है। कभी गो-हत्या के नाम पर, कभी लव जेहाद के नाम पर, कभी घर वापसी के नाम पर, कभी गो- तस्करी के नाम पर तो कभी वंदेमातरम और जय श्रीराम के नारों के नाम पर मुसलमानों को मारा जा रहा है।
प्रदर्शन कर रहे लोगो ने आगे बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही मॉब लिंचिंग पर कड़े कानून बनाएं और मॉब लिंचिंग में पाए गए गुनाहगारों को सख्त से सख्त सज़ा दी जाए ताकि मॉब लिंचिंग की ये घटनाएं दोबारा न हो और कोई बेगुनाह मुसलमान अपनी जान से हाथ न धो बैठे।

इस समय पूरे देश में तबरेज अंसारी हत्याकांड की वजह से अमनपसंद लोग प्रदर्शन कर रहे हैं और दोषियों को फांसी की सज़ा देने की मांग कर रहे हैं। इसी कड़ी में इकबाल मैदान पर प्रदर्शन कर रहे मुस्लिम समाज के लोग लगातार अपनी मांगों को दोहराकर कह रहे थे की सरकार जल्द से जल्द कानून बनाकर बिल लोकसभा में पास कराए और अगर ऐसा नही होता हैं तो मुसलमान सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे। बीच बीच मे मुस्लिम समाज के लोग नारा ऐ तकबीर अल्लाहो अकबर के नारे लगा कर ये बताने की कोशिश कर रहे थे कि मुसलमान सोया नहीइ हैं बल्कि अब जाग गया है।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts to your email.

By nit

This website uses cookies. By continuing to use this site, you accept our use of cookies. 

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading