भैरु सिंह राजपुरोहित, बीकानेर (राजस्थान), NIT:
हनुमानगढ़ जिले के नोहर विधानसभा के गांव जेसाना के पवन व्यास की हत्या के डेढ़ साल बाद भी हत्यारों की गिरफ्तारी न होना सरकार और पुलिस विभाग की कमजोरी ही है, अब अगर एक माह में गिरफ्तारी नहीं होती है और बूढ़े मां बाप को न्याय नहीं मिलता है तो प्रदेश व्यापी आंदोलन होगा, इस तरह की चेतावनी बीकानेर की हॉटल सागर में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में युवा समाज सेवी और उद्योगपति सुनील तिवाड़ी दी है। उन्होंने कहा कि राजनीति से जुड़े लोग आरोपियों को बचा रहे हैं।
सुनील तिवाड़ी द्वारा मीडिया को दी गई प्रेस रिलीज के मुख्य अंश
(1) नोहर में पवन व्यास की हत्या हुई, करीब डेड साल पहले जब शासन भाजपा का था जो अपने आप को ब्राहमण हितेशी बताती है।
(2) तत्कालीन विधायक मटोरिया जी ने इस बुढे बाप को ये बोलते रहे की मैं सब ठीक कर दूंगा और आपके बेटे के हत्यारों को सजा दिला लर रहूंगा पर इस के विपरीत हत्यारे को बचाने में लगे रहे। इसका एक सीधा कारण जिस पर इस बाप को हत्या करने का शक है और तथ्य बताते हैं कि हत्या अमुख व्यक्ति ने की वो इनकी जाती से आता है।
(3) तत्कालीन थाना इंचार्ज था वो भी इसी जाती का था जिसने मृतक के गांव के लोगों को सार्वजनिक रूप से ये कहा कि हत्यारा मेरी पकड में है, बस कोई निर्दोष
इनके साथा न फंस जाये इसी लिए जांच कर सबको अंदर कर दुगा। पुरा नोहर ब्राहमण समाज ये स्टेटमेंट लिख के देने को तैयार हैं।
(4) नोहर का प्रधान अमर सिंह पुनिया मृतक पवन व्यास के पिता को लगातार दबाव डाल रहा है कि कोई बात नहीं जाने वाला गया होना अब कुछ नहीं और अगर धरना खत्म नहीं किया तो तुम भी बेटे के पास चला जायेगा, तो ये शो करता है की इसको भी पता है की हत्या किसने की।
( 5 ) जो इस हत्याकांड के आरोपी कह दे या षड्यंत्रकारी या यू कहे की जिन पे पवन व्यास के पिता को शक है और सारे तथ्य और एक जाती विषेश के लोगों का इस हत्यारे को बचाने के प्रयास हो रहे हैं वो दो लोग हैं..
1. राय सिंह
2. सुखदेव सिंह
ये पंचायत में काम करते हैं और पवन भी E mitra में काम करता था। पवन जब घर से निकला तब इनका ही फ़ोन उसके पास आया था, उसके बाद से इसका फ़ोन बन्द हो गया। आज तक पुलिस जांच में इन लोगों की फ़ोन डिटेल नई आयी, पिता का यहां तक बोलना है कि पवन कोई न कोई राज जो इन राजनेताओं के जानता था इस लिए उसकी हत्या हुई है।
अब हमारी राज्य सरकार से मांग है की….
(1) तत्कालीन थाना अधिकारी रनवीर साई जिसने पूरे मामले को ढकने का प्रयास किया और हत्यारों को बचाता रहा उसे तत्काल निलंबित किया जाए।
(2) तत्कालीन विधायक और प्रधान को गिरफ्तार कर पूछताछ की जाए।
(3) शक की सुई पूर्णतया राय सिंह और सुखदेव के इर्द गिर्द घूम रही है तो पुलिस को इन्हें तुरंत गिरफतार कर कड़ाई से पूछताछ की जाए।
(4) डेढ़ साल से अब तक पवन व्यास के हत्या प्रकरण की जांच ठंडे बस्ते में है और कई बड़े राजनेताओं का इस प्रकरण में दबाव साफ दिख रहा है तो नोहर पुलिस थाने में न्याय की उम्मीद बेमानी है अतः इस पूरे प्रकरण की जांच साइड CB के सुपुर्द की जाए।
(4) मृतक पवन व्यास का पिता रामस्वरूप व्यास न्याय के लिए धरने पर हैं और अब उसने कई नाम ओपन किये हैं तो अब उनकी जान को खतरा है अतः सरकार उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करे और मृतक एक मात्र बेटा था घर में कमाने वाला तो इस परिवार को जल्द से जल्द सरकार आर्थिक सहायता प्रदान करे।
( 5 ) पवन व्यास की हत्या के बाद से ही उसके पूरे गांव में हत्यारों को पकड़े नहीं जाने से रोष है और विधान सभा चुनावों में पूरे गांव ने चुनावों का बहिष्कार किया था और नोहर में गहलोत जी ने खुद बड़ी बड़ी डींगें हांकीं थी कि सरकार आते ही मैं हत्या की जांच करवाऊंगा और हत्यारे जेल की सलाखों में होंगे। वहीं कई समाजिक नेताओं ने भी इसी तरह की बातें की और आज सब के सब चुप बैठे हैं।
चेतावनी
ब्राहमण संवाद मोर्चा और मैं सुनील तिवाड़ी अंत में समाज के नेताओं (ठेकेदारों) से कहना चाहता हूं कि अपनी राजनीति के लिए कब तक समाज को मूर्ख बनाते रहोगे? टिकिट पाने के लिए समाज के नाम का सहारा और जीतने के बाद तुम सब गयब, जब समाज के किसी बन्धु पर विपदा आती है तब तुम कहाँ गायब हो जाते हो? तुम सबको अब चेतावनी यह है कि या तो 10 दिन में हत्यारों की गिरफ्तारी, पवन के पिता को आर्थिक सहायता जो तुम जेब से कर सकते हो, क्युंकि पिछ्ले 50 वर्षों से तुम लोगों ने समाज के लोगों के नाम पर खूब धन कमा रखा है, इसके लिए तो सरकार की जरूरत भी नहीं है, और नहीं तो अब पकड़ पकड़ तुम्हारा मुंह काला करेंगे, तो अब तैयार रहना काला मुंह करवाने को और अगर कोई भी पवन व्यास के हत्यारों की सूचना हम तक देता है तो उसे 1 लाख रुपये का नगद इनाम दिया जाएगा और उसका नाम गुप्त रखा जाएगा।
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