शारिफ अंसारी, ब्यूरो चीफ, थाना (महाराष्ट्र), NIT:
भिवंडी शहर महानगरपालिक के सार्वजनिक आरोग्य व वैद्यकीय विभाग में प्रशासकीय अनियमितता व आर्थिक अपहार प्रकरण में नागरिक व नगरसेवकों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए महापौर जावेद दलवी ने शासन के समक्ष शिकायत कर फौजदारी कार्रवाई की मांग की थी जिसे शासन ने गंभीरता से लेते हुए गोपनीय जांच करने के लिए दिए गए आदेशानुसार मनपा प्रशासन ने आठ महीने पूर्व मनपा के मुख्य लेखा परीक्षक द्वारा प्रभारी वैद्यकीय अधिकारी डॉ. विद्या शेट्टी सहित फार्मासिस्ट, कार्यालयीन अधीक्षक, लिपीक व पंद्रह आरोग्य केंद्र के डॉक्टर व कर्मचारियों की जांच शुरू की है लेकिन उक्त जांच में टॉप टेन नगरसेवकों का हस्तक्षेप व बढ़ते दबाव के कारण जांच अहवाल बंद लिफाफे में पड़ा है। उक्त अहवाल से अपनी पोल खुलेगी इस भय से आरोग्य व वैद्यकीय अधिकारी व कर्मचारी वर्ग में हडकंप मचा हुआ है। इसी दरम्यान आयुक्त मनोहर हिरे ने जांच में दोषी पाए जाने वाले अधिकारी व कर्मचारियों के विरुद्ध मामला दर्ज कराया जाएगा ऐसा संकेत दिया है।
भिवंडी महानगरपालिका कार्यक्षेत्र में सार्वजनिक आरोग्य व वैद्यकीय विभाग अंतर्गत शहर में विविध स्थानों पर आरोग्य उपकेंद्र शुरू है, इस आरोग्य केंद्र में उपचार हेतु आने वाले मरीजों के लिए शासन द्वारा प्रति वर्ष औषध की आपूर्ति की गई है। जिसमें २०१५ – १६ से सन २०१८ – १९ तक उक्त विभाग में प्रशासकीय अनियमितता व आर्थिक अपहार तथा शासन द्वारा आने वाली औषध का पंजीकरण स्टॉक रजिस्टर व अनेक महत्व के दस्तावज नष्ट कर आर्थिक अपहार किए जाने की शिकायत भाजपा व शिवसेना के नगरसेवकों ने महापौर जावेद दलवी से की थी। जिसे महापौर जावेद दववी ने गंभीरता से लेते हुए शासन के समक्ष शिकायत की है। इसी प्रकार इन्होंने वैद्यकीय अधिकारी डॉ. विद्या शेट्टी सहित चार कर्मचारी तथा १ से १५ नागरी आरोग्य केंद्र व वैद्यकीय आरोग्य विभाग के विरुद्ध फौजदारी का मामला दर्ज कराने की मांग की है। इस बाबत शासन ने मनपा आयुक्त मनोहर हिरे से इस प्रकरण में गोपनीय जांच कराकर अहवाल मांगा गया है जिस पर कार्यालयीन जांच करते हुए आयुक्त हिरे ने मनपा के मुख्य लेखा परीक्षक कालिदास जाधव को नियुक्त किया है। इस दरम्यान लेखापरीक्षक जाधव ने पूर्व महीने में सुनवाई की थी परंतु शासन द्वारा आने वाली औषध का पंजीकरण स्टॉक रजिस्टर व अनेक महत्व के दस्तावज डॉ. विद्या शेट्टी ने प्रस्तुत नहीं किया तथा बहुत से औषधि व दस्तावज आग में जलकर खाक होने का बहाना किया है लेकिन इस बाबत डॉ. शेट्टी ने पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज नही कराई है जिसके कारण उक्त आग पर शंका जताई जा रही है। राज्य शासन द्वारा सिविल हॉस्पिटल, डी.डी.ऑफिस, डी.एच.ए. ऑफिस, क्षयरोग ऑफिस पुणे आदि द्वारा से आने वाले लाखों रूपये की औषध हेतु तथा जन्म-मृत्यू प्रमाणपत्र में प्रशासकीय अनियमितता व आर्थिक अपहार प्रकरण में वैद्यकीय अधिकारी डॉ. विद्या शेट्टी सहित अन्य वैद्यकीय कर्मचारियों की सुनवाई में बाधा डालने का प्रयत्न मनपा प्रशासन द्वारा शुरु होने के संकेत मिल रहे हैं।
उक्त संदर्भ में कालीराम जाधव मुख्य लेखा अधिकारी भिवंडी शहर महानगर पालिका ने बताया कि भिवंडी मनपा के प्रभारी मुख्य वैद्यकीय अधिकारी डॉ. विद्या शेट्टी के विरुद्ध महापौर जावेद दलवी द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के लिए शासन के निर्देशानुसार आयुक्त मनोहर हिरे ने मुझे जांच अधिकारी के रूप में नियुक्त किया है। जिसके अनूसार वैद्यकीय विभाग की जांच शुरु है जिसमें डॉ. विद्या शेट्टी की जांच की है, कुछ मुद्दों की अभी जांच होना बाकी है। आगामी कुछ दिनों में जांच पूरी कर ली जाएगी, उसके बाद महापौर जावेद दलवी का भी जवाब पंजीकरण किया जाएगा।
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