गुलज़ार अहमद, मैनपुरी ( यूपी ), NIT; फर्जी शिक्षकों की तैनाती के लिए बेसिक शिक्षा विभाग में एक और मामला सामने आया है। एक और शिक्षक की मूल पत्रावली ही गायब हो गई है जिससे विभाग में खलबली मच गई है। बीएसए ने पूर्व में ही कुछ शिक्षकों की पत्रावली गायब होने के मामले में निलंबित चल रहे लिपिक को नोटिस जारी कर तीन दिन में पत्रावली तलब की है।
गौरतलब है कि बेसिक शिक्षा विभाग में चार माह में 31 फर्जी शिक्षकों की बर्खास्तगी की गई है। कुछ शिक्षकों की मूल पत्रावली से लेकर काउंसिलिग रजिस्टर तक गायब है। ऐसे में विभाग के लिपिक कुशलपाल को निलंबित कर दिया गया था। अब पता चला कि 20 माह पहले हुई 29 हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के तहत नियुक्त किशनी के उच्च प्राथमिक विद्यालय कृपालपुर के शिक्षक लीलाधर यादव की भी पत्रावली गायब है। उन्होंने अपने मूल शैक्षिक प्रमाण पत्र विभाग में जमा किए। दस्तावेजों का सत्यापन होने के बाद उन्हें वेतन मिलने लगा था। शिक्षक का कहना है कि उन्होंने लिपिक से कई बार अपने मूल दस्तावेज मांगे तो हर बार उसने टाल दिया। गुरुवार को शिक्षक ने बीएसए से शिकायत की तो पता चला कि शिक्षक के मूल दस्तावेज की पत्रावली विभाग में नहीं है।
बीएसए ने शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़े में पूर्व में निलंबित किए गए लिपिक कुशलपाल को फिर नोटिस जारी कर तीन दिन में पत्रावली उपलब्ध कराने को कहा है। बीएसए रामकरन यादव ने बताया कि यदि शिक्षक की पत्रावली कार्यालय से गायब है और यह पत्रावली नहीं मिलती है, तो लिपिक कुशलपाल सिंह के विरुद्ध एफआइआर दर्ज करा दी जाएगी।
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