वाल्मीकि संगठन ने 9 सूत्रीय मांगों को लेकर रैली निकाल कर लोकसभा चुनाव के बहिष्कार की दी चेतावनी, महापौर- आयुक्त ने 50 लाख का सामुदायिक भवन बनवाने की घोषणा की | New India Times

मेहलक़ा अंसारी, बुरहानपुर (मप्र), NIT:

वाल्मीकि संगठन ने 9 सूत्रीय मांगों को लेकर रैली निकाल कर लोकसभा चुनाव के बहिष्कार की दी चेतावनी, महापौर- आयुक्त ने 50 लाख का सामुदायिक भवन बनवाने की घोषणा की | New India Times

वाल्मीकि संगठन के बैनर तले वाल्मीकि समाज के लोगों ने अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर समाज के इतिहास में पहली बार रैली निकाल कर आगामी लोकसभा चुनाव सहित अन्य चुनाव के बहिष्कार करने की चेतावनी दी। शाही किला मैदान में समाज जनों को संबोधित करते हुए वाल्मीकि समाज संगठन के संस्थापक उमेश जंगाले ने कहा, कि अंग्रेजों के समय से चली आ रही समस्याओं का समाधान आज तक नेता नहीं कर पाए। आज भी समाज के लोग बेरोजगार घूम रहे हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना चालू की गई और रोजगार देने का जिक्र है। किंतु यह कर्मियों के साथ केवल छलावा है। क्योंकि वर्षभर में सफाई कर्मियों को केवल 100 दिन काम मिलेगा और 4000 दिए जाएंगे जिसमें आयु की सीमा 21 से 30 वर्ष रखी है और पांचवी पास होना भी अनिवार्य है जबकि समाज में कई लोग शिक्षा से वंचित है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना से स्वच्छता सहायक की पदों को हटाकर उनकी संविदा में स्थाई भर्ती की जाए। जंगाले ने कहां कि चुनावी दौर में नेता बड़ी बड़ी घोषणा और वादे करते हैं और भूल जाते हैं। ऐसे घोषणा वीर नेताओं को चाहिए कि वे अपनी घोषणा और वादों को समयावधि मे पूरा करें। हमें अपनी वोट की कीमत समझना चाहिए क्योंकि एक वोट नेता को जिताता और हराता भी है। हम तो हजारों की संख्या में हैं। यह बात सुनते ही समाज जनों ने एक सुर में कहा ” काम नहीं तो वोट नहीं ” जंगाले ने कहा कि आने वाली पीढ़ी का भविष्य उज्जवल होते देखना चाहते हो तो जागरूक हो जाओ वरना आने वाली पीढ़ी भी गुलामी का शिकार होगी। तत्पश्चात लालबाग शाखा अध्यक्ष श्याम सारवान ने लोगों को संबोधित किया। और समाज के साथ हो रहे अत्याचार, भ्रष्टाचार को खत्म करने की बात कही। नेपा नगर अध्यक्ष मनोहर दावरे ने भी समाज जनों को संगठित होने की बात कही। शाहपुर अध्यक्ष गोविंद चावरे ने अपने क्षेत्र के लोगों से संबंधित समस्याओं से समाज को अवगत कराया। खकनार अध्यक्ष पवन तेजी ने कहा कि समाज का शोषण अब बर्दाश्त नहीं करेंगे। तत्पश्चात उमेश जंगाले ने विशाल रैली को अनुशासन में निकालने का आग्रह किया। रैली में नेपा, खकनार, शाहपुर तहसील सहित आसपास के ग्रामों से भी समाज के लोग सम्मिलित हुए। विशाल रैली हमारी मांगे पूरी करो के नारों के साथ शाही किला से प्रारंभ होकर फव्वारा चौक, गांधी चौक, कमल तिराहा होते हुए तहसील कार्यालय पहुंची। यहां एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। रैली पुनः तहसील से प्रारंभ होकर शिवकुमार पुतले से जयस्तंभ, शनवारा, होते हुए सुभाष हाई स्कूल रोड से नगर पालिक निगम कार्यालय पहुंची। रैली निकलने के पश्चात शनवारा स्थित मस्जिद में नमाज होने के दौरान वाल्मीकि संगठन ने बिना नारे लगाए के रैली निकाली। रैली से कहीं पर भी यातायात बाधित नहीं हुआ। निगम पहुंचे वाल्मीकि संगठन के पदाधिकारियों ने निगम में मौजूद सांसद नंदकुमार सिंह चौहान, विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह, महापौर अनिल भोसले, एवं निगमायुक्त पवन सिंह को संगठन ने अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा और चुनाव बहिष्कार के मूल कारण भी बताएं। जंगाले ने कहा कि वाल्मीकि समाज के इतिहास में पहली बार समाज जनों ने मजबूर होकर चुनाव बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। यदि मांगे तत्काल प्रभाव से नहीं मानी जाती है तो आगामी लोकसभा चुनाव सहित महापौर, पार्षद, कृषि उपज मंडी, और सरपंच चुनाव का बहिष्कार करेंगे। और समय-समय पर अलग-अलग तरीके से अपनी मांगों को लेकर विरोध दर्ज कराते रहेंगे। मांगों को स्वीकारते हुए निगम महापौर अनिल भोसले एवं आयुक्त पवन सिंह ने समाज जनों के लिए 50 लाख रुपए की लागत से सामुदायिक भवन बनाने की घोषणा की एवं कर्मियों को संविदा में अप्रैल से भर्ती देने और ठेका पद्धति को पूर्ण रूप से बंद करने की बात कही और अन्य मांगों को शासन स्तर से बता कर उन्हें भी जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया। निगम कार्यालय ज्ञापन लेने पहुंचे विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह समाज जनों की पूरी बात सुने बिना ही चले गए। वाल्मीकि संगठन की मांगे इस प्रकार है :- (1)मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना से स्वच्छता सहायक की पदों को हटाकर उनकी स्थाई भर्ती की जाए।

(2)ठेका पद्धति को जिले के समस्त सरकारी विभागों से बंद कर सर्वे के आधार पर सफाई कर्मियों की संविदा में भर्ती की जाए।
(3) मालिकाना हक की चलित प्रक्रिया को शासन का हवाला देकर कार्य में विलंब कर कार्य को रोका गया। उक्त मालिकाना हक की समस्या का निगम स्तर पर तत्काल निराकरण किया जाए।
(4) 64 दैनिक वेतन भोगी सफाईकर्मियों सहित अन्य कर्मचारियों को भी स्थायी नियमित किया जाए।

(5) आश्रितों को नौकरी (घर प्रथा) चालू की जाए।

(6)अनुकंपा नियमो में बदलाव व सरलीकरण कर चालू की जाए।

(7)वाल्मिकी समाजजनों के मांगलिक कार्य हेतु भव्य सामूहिक मांगलिक भवन बना कर दिया जाए।

(8)जिन सफाई कर्मचारियों को सरकारी क्वार्टर आवंटित नहीं किए गए ,उन्हें सरकारी क्वार्टर या मकान भत्ता दिया जाए।

(9)वाल्मीकि (मेहतर) समाज के लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया जाए।
इस अवसर पर वरिष्ठ जनों में सर्वश्री राजू गोडियाले, किशोर संगेले, ताराचंद पारोचे, संग्राम बालगोहर, राजू पहलवान गोडियाले, यादव करोसिया, रमेश कछवाय, मुकेश डूलगुज, सुरेश मेलुंदे, सुनील बोयत, पूनम गोहर, ज्ञान जंगालिया, दिनेश मेलुंदे, राजेश खरे, शंकर बालू नेपा खकनार व शाहपुर के तहसील अध्यक्ष सहित रूपेश कछवाय, नितिन डूलगुज, सहदेव बोयत, अनिल पारोचे, कन्हैया संगेले, कमल बोयत, धरम शोदे रवि सिंगोतीया, मिथुन सिंगोतिया, चेतन चावरे, अमित चावरे, कृष्णा करोसिया, रवि जंगाले, गोविंदा करोसिया, व महिला मंडल से जिला अध्यक्ष दीपा डोलकर, नेपा अध्यक्ष शाहपुर अध्यक्ष खकनार अध्यक्ष पूजा घारू, गंगा चावरे गुड्डू बाई सहित बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे!


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