65 कर्मचारी संघों ने मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ से की भेंट, आवेदन के माध्यम से रखी मांगें और दिये सुझाव | New India Times

आसिम खान, ब्यूरो चीफ छिंदवाड़ा (मप्र), NIT:

65 कर्मचारी संघों ने मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ से की भेंट, आवेदन के माध्यम से रखी मांगें और दिये सुझाव | New India Timesमुख्यमंत्री श्री कमलनाथजी ने आज अपरान्ह स्थानीय राजीव भवन में जिलेे के लगभग 65 कर्मचारी संघों के प्रतिनिधियों से सौजन्य भेंट कर आवेदन के माध्यम से उनकी मांगे एवं दिये गये सुझावों को एकत्र किया।

इस अवसर पर अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि आप सभी के सहयोग, प्यार व स्नेह से मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार का गठन हुआ है और अब हमें एक नया इतिहास बनाने का अवसर मिला है परंतु यह बिना आपके सहयोग के संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि अभी सरकार के गठन हुये केवल एक माह हुआ है। पिछली सरकार ने हमें खाली खजाना दिया है। हमने प्रदेश के 53 लाख किसानों का 55 हजार करोड रूपयों का कर्ज माफ किया है। हमारी कोशिश है कि आगामी लोकसभा चुनावों की आचार संहिता की घोषणा के पूर्व लगभग 35 लाख किसानों का कर्जा माफ हो सके।
श्री कमलनाथजी ने कहा कि मैं आप सभी संघठनों से सहयोग चाहता हॅूं । मध्यप्रदे’ा मे नया निवे’ा सबसे बडी चुनौती है किसान नौजवान व्यापारी वर्ग सहित सभी के हितो की चिंता हमारा प्रमुख लक्ष है जो कि आप सभी के सहयोग के बिना संभव नही है। मेरी प्राथमिकता क्या होगी और इसका क्रियान्वयन कैसे होगा यह सभी कुछ आपको सोचना है। मैं जानता हूं कि प्रत्येक कर्मचारी संगठनों के सदस्यों का मुझसे ज्यादा अपने प्रतिनिधियो पर भरोसा है कि वे उनका कार्य मुझसे करवा लेंगे। आपके एवं आपके साथियो के वि’वास मे कोई कमी न आये यही मेरा प्रयास रहेगा आप मुझे समय दें।

इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र, मेडिकल एवं डेंटल प्रतिनिधी, संयुक्त अतिथी शिक्षक संघ, चिकित्सा प्रकोष्ठ, लोनिवि कर्मचारी, व्यापार एवं उधोग केंद्र, शिक्षक कांग्रेस, तृतीय वर्ग यूनियन, पटवारी, लघुवेतन कर्मचारी संघ सहित 65 से अधिक संगठनो के चयनित प्रतिनिधने मुख्यमंत्रीजी से मुलाकात की।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts to your email.

By nit

This website uses cookies. By continuing to use this site, you accept our use of cookies. 

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading