पत्रकार उत्पीड़न: अवैध खनन की न्यूज प्रकाशित करने से नाराज पुलिस कर्मी ने पत्रकार के साथ मारपीट कर छीना मोबाइल व पैसे | New India Times

वी.के.त्रिवेदी, ब्यूरो चीफ लखीमपुर-खीरी (यूपी), NIT:

पत्रकार उत्पीड़न: अवैध खनन की न्यूज प्रकाशित करने से नाराज पुलिस कर्मी ने पत्रकार के साथ मारपीट कर छीना मोबाइल व पैसे | New India Times

जिले में पत्रकारों पर पुलिस द्वारा किए जा रहे उत्पीड़न के सिलसिले थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। आए दिन खीरी पुलिस द्वारा कोई न कोई ऐसा कारनामा कर दिया जाता है जिससे पुलिस की छवि पर बट्टा लग रहा है और चौथा स्तंभ कही जाने वाली मीडिया स्वतंत्रा से अपना काम नहीं कर पा रही है। जिले में सत्य को उजागर करना पत्रकारों को बहुत भारी पड़ रहा है जिसके कई जीते जागते उदाहरण कोतवाली सदर में देखे जा सकते हैं। ऐसा ही एक मामला कोतवाली सदर की पुलिस चौकी रामापुर में देखने को मिला है जहां चौकी में तैनात सिपाही कुलदीप यादव द्वारा कारित कार्य क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।

मिली जानकारी के अनुसार पत्रकार साजिद कुछ कार्य से चौकी प्रभारी संतोष राय से मिलने गये थे। जैसे ही वह चौकी प्रभारी के समक्ष पहुंचे कि अपने विरुद्ध संकलित साक्ष्यों से आहत सिपाही कुलदीप ने चौकी प्रभारी के सामने ही उन पर धावा बोल दिया और दोनों के बीच हुई छीना झपटी के दौरान सिपाही द्वारा पत्रकार का आधार कार्ड, डीएल, पैन कार्ड व 1340 रुपये नगदी निकाल लिया और मोबाइल पटक कर तोड दिया गया। पत्रकार के साथ सिपाही द्वारा चौकी में की गई की अभद्रता व मारपीट की शिकायत पीड़ित ने डीएम खीरी व पुलिस अधीक्षक से की है और न्याय की गुहार लगाई है। पुलिस अधीक्षक खीरी को दिए गये प्रार्थना पत्र में सिपाही पर देसी कच्ची शराब बनवाने में पैसा लेकर सहयोग करने व अवैध खनन कराने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। वहीं चौकी प्रभारी सन्तोष राय की मानें तो कुछ बालू खनन के पैसे के लेनदेन को लेकर कुछ दिन पहले दोनों के मध्य गरमा गर्मी होने की बात स्वीकारी है। कल हुई घटना में सिपाही कुलदीप द्वारा किए गए इस अभद्र व्यवहार व मारपीट की सभी पत्रकारों ने घोर भर्त्सना करते हुए मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग की है।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts to your email.

By nit

This website uses cookies. By continuing to use this site, you accept our use of cookies. 

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading