सरवर खान जरीवाला, गुना/भोपाल, NIT; मुख्यमंत्री कन्यादान के सम्मेलन में आयोजकों द्वारा भीषण गर्मी में पेयजल की उचित व्यवस्था नहीं की गई। अतिथियों को तो बिसलेरी की बोतलें पिलाई गई, जबकि वरवधू सहित उनके परिजनों को टेंकरों का गर्म पानी पिलाया गया। ग्राम श्रीपुरा में शासन की मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन राघौगढ़ जनपद द्वारा कराया गया। जिसमें 113 वर-वधुओं का विवाह संपन्न हुआ। सम्मेलन पंचायत इस्पेक्टर की देखरेख में सम्पन्न हुआ। जिसमें भारी अव्यवस्थाएं देखने को मिली।
सम्मेलन में अपनी शादी के लिए आए वर वधुओं से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि सम्मेलन में खेत के डिमो पर बैठाकर फेरों की प्रक्रिया पूरी की गई। आयोजकों द्वारा माईक की भी सही व्यवस्था नहीं कराई गई। जिसके चलते माइक में आवाज कम होने से कई वरवधू को पंडित की आवाज नहीं पहुंच सकी। जिसके चलते कई जोड़ें फेरों से वंचित रह गये। वहीं खाना भी ठंडा परोस दिया गया। हद तो तब हो गई जब एक पक्ष को मात्र 20 पूड़ी ओर थोड़ी कड़ी दी गई। खाना ठंडा होने ओर स्वादिष्ट नहीं होने के कारण लोग खाना फेंक कर चले गए। जबकि शासन के निर्देशानुसार एक जोड़े पर 3 हजार रुपए खाना टेंट व अन्य खर्च के देती है। लेकिन भ्रष्टाचार के चलते सम्मेलन में वर वधुओं को अच्छी सेवाओं से वंचित रहना पड़ा।
वहीं दूसरी ओर आयोजन समिति के सदस्य और जनपद के अधिकारी बिसलेरी पानी पीते रहे। वर वधुओं को टेंकर का गर्म पानी पीना पड़ा। जो इन भीषण गर्मियों में उबलते हुए पानी से कम न था। मुख्यमंत्री कन्यादान सम्मेलन में मुख्य अतिथि चांचौड़ा विधायक ममता मीना ने मुख्यमंत्री का गुणगान गाते हुए कहा कि की योजनाओं के बारे में अवगत कराते हुए कहा कि प्रदेश में अभी तक 10000 कन्याओं के हाथ पीले मुख्यमंत्री जी द्वारा कराए गए हैं। अंत मे विधायक ने वर-वधू को आशीर्वाद दिया।
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