जितेंद्र वर्मा, हरदा (मप्र), NIT; टिमरनी बघवाड गंजाल नदी पर रेत माफियाओ के हौसले इतने बुलंद हैं कि इन कारोबारीयो ने अवैध पुल हजारों घनमीटर अवैध उत्खनन कर लिया। हद तो यह है कि रेल्वे ब्रिज के बने पिल्लरों को भी नहीं छोड़ा गया, उसके साइड में भी खोद कर दिया गड्ढा कर दिया जिससे कभी भी हो बड़ा हादसा हो सकता है।
माफिया राज में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के हर आदेश को माफियाओं के द्वारा बे असर कर दिया जा रहा है। हरदा जिले के टिमरनी क्षेत्र के ग्राम बिच्छापुर बघवाड के पास स्थित गंजाल नदी से अवैध रेत का उत्खन्न व परिवहन धडल्ले से किया जा रहा है। शाम होते ही रेत बजरी की खुदाई पोकलेन मशीन एवं जेसीबी से शुरू हो जाती है और रात में डम्पर व ट्रैक्टर ट्रालीयों से अवैध परिवहन भी होता रहता है। इस खदान में हजारों घन मीटर अवैध रेत का उत्खन्न होना बताया जा रहा है। जिससे माईनिंग विभाग को करोडों रूपये के राजस्व की हानि हो रहीं है लेकिन प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
नदी पर बनाया अवैध पुल
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शिवा कार्पोरेशन कंपनी के द्वारा ग्राम बघवाड में रेत का स्टाक किया गया है। उसी के पीछे से अवैध करोबारीयों द्वारा नदी का बहाव रोककर कच्चे अवैघ पुल का निर्माण कार्य एक बार फिर कर लिया गया है। इसी पुल के माध्यम से दिन में ट्रैक्टर ट्राली वाले रेत एवं बजरी का परिवहन कर रहे हैं, वहीं रात में इसी पुल से कई डम्पर पोकलेन मशीनें भी निकलती आ रहीं हैं, लेकिन यह पुल पिछले लगभग 2 सालों से बना हुआ है। प्रशासन द्वारा इस पुल को दो से तीन बार तुड़वा दिया गया था इसके बाबजूद भी यह पुल रातों रात बनकर तैयार होते नजर आ रहा है।
स्वीकृत नहीं है खदान
होशंगाबाद जिले के ग्राम कोठरा की खदान सिवनी मालवा तहसील में आती है जो स्वीकृत है लेकिन ग्राम बघवाड, गंजाल, बिच्छापुर की खदान अभी तक स्वीकृत नहीं होने के कारण अवैध करोबारी इस खदान से बेखौफ़ होकर रेत एवं बजरी की चोरी कर रहे है। वहीं नदी के आसपास रेत एवं बजरी का स्टाक भी कर रखा गया है। यहां रेत एवं बजरी के ढेर लगे हुए हैं। जगह जगह 3 से 5 फीट तक के गहरे गढढे कर दिए गए हैं। पूरी नदी को करोबारीयों द्वारा खंगाल दिया गया है, लेकिन प्रशासन को इसकी कोई जानकारी नहीं होना बडी बात है। जब खदान ही स्वीकृत नहीं है तो आये दिन बघवाड बिच्छापुर से रेत एवं बजरी कहां जा रहीं है। इसकी कभी कोई जानकारी नहीं ली गई और न ही मौके पर जाकर कभी खदान की सुध ली गई; जिससे अवैध करोबारी खुले आम प्रशासन की आंखों के सामने से ही अवैध करोवार को अंजाम दे रहे हैं।
रेल्वे पुल के पास से भी निकाल रहे हैं रेत
गंजाल नदी के ऊपर बना रेल्वे का 500 मीटर के पुल के नीचे एवं वर्षो पुराने पुल के पिल्लरों के आसपास से अवैध रेत की खुदाई की जा रहीं है जिससे रेल्वे के पुल को नुकशान भी हो सकता है और किसी दिन रेल्वे के साथ बडी घटना भी घटित हो सकती है। क्योकि रेल्वे के पुल के पिल्लरों के पास ही गहरे गहरे गढढे कर दिए गए हैं। बताया जाता है कि इसकी जानकारी नगर के प्रशासनिक अधिकारीयों को भी है। जब इस बात की जानकारी एसडीएम पीके पांडे को दी गई तो उन्होंने बताया की पहले कुछ लोगों ने रेल्वे पुल और मुख्य सड़क मार्ग पुल के बीच से रेत की अवैध खुदाई होना पाया गया था लेकिन रेल्वे पुल के नीचे से ही रेत निकालने की जानकारी नहीं ली गई। लेकिन कोई खुदाई करते पकडा जाये तो कार्यवाहीं करेंगे, गड्ढे मिलने से क्या होता है?
हमारे द्वारा लगातार कार्यवाहियां तो की जा रहीं हैं। अगर बघवाड बिच्छापुर गांव के पास गंजाल नदी में कच्चा पुल बनाया गया है तो हम शाीघ्र ही कार्यवाहीं करेंगे और पुल को तुडवाया जायेगा: पीके पांडे एसडीएम टिमरनी
- हमें इस बात की जानकारी मिली है। हमारी चर्चा टिमरनी एसडीएम से भी इस संबंध में हुई है लेकिन अभी मैं छुट्टी पर हूँ, आकर इस मामले को दिखवाती हूं: अर्चना ताम्रकर माइनिंग अधिकारी हरदा
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