विवेक जैन, बागपत (यूपी), NIT:
जनपद बागपत के टयौढ़ी गांव में रहने वाले मुकेश शर्मा की खाटे अपनी क्वालिटी और शानदार डिजाईन के लिए उत्तर भारत में अपनी अहम पहचान बना चुकी है और जनपद बागपत का नाम रोशन कर रही है। मुकेश शर्मा ने बताया कि उन्होंने खाटों का निर्माण वर्ष 2012 में प्रारम्भ किया था। कहा कि वह एसएस पाईप की खाटे बनाते हैं जिनमें रेशम के बाण का इस्तेमाल किया जाता है। उनके पास साधारण खाट से लेकर बेहतरीन डिजाईन की खाटे उपलब्ध है। मुकेश शर्मा ने बताया कि आधुनिकता के दौर में आज भी खाट की महत्ता कम नही हुई है। आज भी देश के अधिकांश लोग डबल बेड़ की जगह खाट का इस्तेमाल करते है।
बताया कि अच्छी सेहत के लिए पर्याप्त नींद लेना बहुत जरूरी होता है। खाट पर सोने से शरीर की सारी थकावट दूर हो जाती है और नींद भी अच्छी आती है। खाट पर सोने से हमारे शरीर में होने वाले कई प्रकार के दर्द जैसे गर्दन का दर्द, कमर दर्द, कूल्हों के दर्द आदि से राहत मिलती है और लगातार खाट पर सोने से ये सभी समस्याएं कभी नहीं होती। मुकेश शर्मा ने बताया कि डबल बेड़ के नीचे अंधेरा रहता है उसमें कीटाणु पनपते हैं जिससे हमारे शरीर में बीमारियां होने का खतरा बना रहता है। खाट जालीदार होती है उसके नीचे रोशनी रहती है और कीटाणुओं के पनपने का खतरा नहीं होता है। चारपाई में हवा का प्रवाह बना रहता है जिससे त्वचा सम्बन्धी रोग नहीं होते।
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