मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:
डॉक्टर्स को भगवान ना बनाएं इंसान ही बने रहने दे, ताकि अच्छी सेवा हो सके। यह वक्तव्य जिले के सुप्रसिद्ध नेत्र चिकित्सक डॉ. के. पी. श्रोती ने ताप्ती सेवा समिति द्वारा अंतराष्ट्रीय बिटिया दिवस पर आयोजित सम्मान समारोह में दिया। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर डॉक्टर्स में उपजी असुरक्षा की भावना पर चिंता व्यक्त की।
अंतराष्ट्रीय बिटिया दिवस पर ताप्ती सेवा समिति बुरहानपुर द्वारा नगर के सेवाभावी डॉक्टर के साथ बीडीएस में अग्रणी नंबर प्राप्त करने वाली शहर की बिटिया डॉ,सकीना मंसूर सेवक के साथ दीर्घकालीन नेत्र चिकित्सा के लिये डॉ. के.पी. श्रोती, शासकीय ज़िला चिकित्सालय की सेवाओं में कर्मठ डॉ. मुमताज अंसारी, कमज़ोर वर्गों में सतत चिकित्सा सेवा देने वाले डॉ, अशोक गुप्ता को भी शाल, श्रीफल एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
ताप्ती सेवा समिति के संरक्षक राजीव खेडकर” सौरभ” ने इस अवसर पर अपने उद्बोधन में कहा कि: वर्तमान में डॉक्टर्स बड़ी कठिनायों में सेवा कर रहें हैं। मरीजों के बढ़ते दबाव के साथ कुछ अनहोनी होने पर असुरक्षितता से डॉक्टर स्वयं मानसिक संत्रास में कार्य कर रहें हैं। उन्हें ताप्ती सेवा समिति जैसी संस्थाए आगे आकर मनोबल बढ़ाने का काम कर रही हैं।
अध्यक्ष श्रीमती सरिता राजेश भगत ने 40 वर्ष लगभग नेहरू हॉस्पिटल के साथ केपी श्रोती ने गांव में जाकर कैंप के माध्यम से और मोतियाबिंद के कई ऑपरेशन किए एवं डॉ मुमताज़ अंसारी ने कोरोना कल में मरीजों की खूब सेवा की। ऐसे सेवाभावी डॉक्टर का सम्मान करने का अवसर मिला। उपाध्यक्ष श्रीमती प्रेमलता साकल्ले, धर्मेंद्र सोनी, मंसूर सेवक,अताउल्ला खान, राजेश भगत, अजय राठौर, विजय राठौर, जैकी चड्डा, विवेक हकीम ने चारों डॉक्टर्स का सम्मान किया।
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