गुलशन परूथी, ग्वालियर (मप्र), NIT:

चंबल संग्रहालय, पंचनद और पत्रकारिता एवं जनसंचार अध्ययन केन्द्र, जीवाजी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित अंचल का चर्चित फिल्म समारोह चंबल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के आठवें संस्करण का आयोजन आगामी 7-8 सितंबर को गालव सभागार में होने जा रहा है। फिल्म समारोह को सफल बनाने को लेकर तैयारियां तेज कर दी गई हैं। चंबल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के संस्थापक प्रसिद्ध दस्तावेजी फिल्मकार डॉ. शाह आलम राना ने कहा कि चंबल अंचल की साकारात्मक पहचान उभारने के लिए फिल्म समारोह का सफल आयोजन बीते 8 वर्षों से औरैया, जालौन, इटावा, धौलपुर जनपदों में होता रहा है। यह फिल्म समारोह तेजी से पूरे विश्व में अपनी पहचान बनाता जा रहा है।
फिल्म समारोह की ज्यूरी में देश-दुनियां की दिग्गज हस्तियां शामिल रही हैं। विश्व भर के फिल्मकार चंबल संभाग के इस फिल्म समारोह में विभिन्न श्रेणीयों में प्रति वर्ष अपनी फिल्में भेजते रहे हैं। समारोह के दौरान विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ सरोकारी देशी-विदेशी फिल्मों के प्रदर्शन के बाद फिल्मकारों से संवाद किया जाएगा। फेस्टिवल में तमाम सरोकारी नामचीन शख्सियतें शिरकत करती रही हैं। जिससे चंबल को वैश्विक फिल्म पर्यटन मानचित्र पर जगह मिलने के साथ असीम संभावनाओं के द्वार खुल रहें हैं। इस दौरान चंबल क्षेत्र पर केन्द्रित ‘चंबल में आके तो देखो’ विषय पर फोटो प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।
पत्रकारिता एवं जनसंचार अध्ययन केंद्र के विभागाध्यक्ष प्रो एस एन मोहापात्रा ने कहा कि फिल्म समारोह में स्थानीय प्रतिभाओं को भी निखरने का अवसर मिलेगा। इसके लिए स्थानीय युवाओं के लिए ‘चंबल की ऐतिहासिक धरोहर’ विषय पर फिल्म प्रतियोगिता भी आयोजित की जा रही हैं। इसमें 3-5 मिनट की लघु फिल्म, व्लॉग और रील विभिन्न श्रेणियों में आमंत्रित की गई हैं। ‘चंबल की ऐतिहासिक धरोहर’ के विविध आयामों को समेटे वीडियो जमा करने की अंतिम तिथि 3 सितंबर तक है। फिल्म प्रतियोगिता में शामिल प्रविष्टि को निर्णायक मंडल के अवलोकन के परिणाम स्वरुप विजेताओं को सम्मानित करने के साथ प्रतियोगिता में शामिल फिल्मों का प्रदर्शन भी किया जाएगा।
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