वी.के. त्रिवेदी, ब्यूरो चीफ, लखीमपुर खीरी (यूपी), NIT:
जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल ने ज़िला चिकित्सालय ओयल का औचक निरीक्षण किया, संबंधित को ज़रूरी दिशा निर्देश दिए। निरीक्षण में जिला अस्पताल की तमाम खामियां खुलकर सामने आईं। गन्दे शौचालय से लेकर गंदे चादर तक को डीएम ने स्वयं देखा। करीब एक घंटे तक अस्पताल का निरीक्षण करने के दौरान डीएम कई बार नाराज हुई। उन्होंने अस्पताल के जिम्मेदारों को कड़ी चेतावनी देते हुए तीन दिन में व्यवस्थाएं सुधारने की बात कही।
जिला अस्पताल के औचक निरीक्षण पर शुक्रवार को सुबह करीब 8.50 बजे पहुंची डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने दुर्व्यवस्था देख नाराज़गी ज़ाहिर की। निरीक्षण के दौरान अस्पताल परिसर में गंदगी का अंबार लगा था। कई ओपीडी कक्ष में डॉक्टर-कर्मचारी भी नहीं थे। अस्पताल के वार्डों में दुर्व्यवस्था की भरमार मिली। डीएम ने सीएमएस डॉ राज कुमार कोली को कड़ी फटकार लगाई। डीएम ने उपस्थित पंजिकाएं अपने कब्जे में ली।अनुपस्थित डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ का वेतन रोकने के निर्देश दिए।
डीएम के पूछने पर वार्ड में भर्ती मरीजों ने बताया कि सुबह 09 बजे तक कोई भी डॉक्टर भ्रमण पर नहीं आया है। मरीजों के फाइल पर भी इसका कोई उल्लेख नहीं था। डीएम ने सीएमएस को संबंधित डॉक्टरों से स्पष्टीकरण लेकर अवगत कराने और फाइल पर भ्रमण का नियमित ब्योरा दर्ज करने का निर्देश दिया।
डीएम ने सीएमएस डॉ. आरके कोली से पूछा कि इतनी गंदगी क्यों है। इस तरह के गंदे शौचालय का वह लोग प्रयोग कर सकते हैं? निर्देश दिए कि जबतक शौचालय साफ न हो, तब तक वह चिकित्सको, पैरामेडिकल के लिए बने शौचालयों का प्रयोग करेंगे। सीढ़ियों पर पान की पीक पड़े होने पर नाराजगी जताई। निर्देश दिए कि ऐसा करने वाले से 200 की जगह 2000 का जुर्माना वसूला जाए, ताकि इसकी पुनरावृत्ति न हो।
निरीक्षण के दौरान अपनी 08 वर्षीय पुत्री रेशमा।
को रेबीज का दूसरा इंजेक्शन लगवाने अस्पताल पहुंचे ओमप्रकाश से डीएम ने जाना कि इंजेक्शन लगवाने के लिए किसी ने पैसे तो नहीं लिए। जवाब आया नही साहब। पर्चा काउंटर पर कार्मिक राजेंद्र मिश्रा अनुपस्थित मिले। चिकित्सालय में 100 कैपेसिटी की सीटिंग व्यवस्था करने को कहा।
चिकित्सालय में रिफ्लेक्टर लाइट वाली साइन एज लगवाने के निर्देश दिए। चिकित्सालय भवन के बाहर तत्काल सीवर टैंक को ढकवाने के निर्देश दिए। एंट्री-एग्जिट प्वाइंट्स पर फ्लोर मैट डलवाए।
सीएमएस को निर्देश दिए कि सुबह एक घंटे राउंड लेकर एक-एक मरीज से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात करें। रिसेप्शन के पास स्वास्थ्य संबंधी स्वास्थ्य संबंधी आईईसी सामग्री को प्रदर्शित किया जाए। वेटिंग एरिया में सीटिंग अरेंजमेंट को प्रॉपर करवाए।
निरीक्षण के दौरान डीएम ने पर्ची काउंटर, पुरुष सर्जिकल वार्ड, पुरुष ऑर्थो वार्ड, डेंगू वार्ड, इमरजेंसी, ड्रेसिंग रूम, सर्जन कक्ष, दवा वितरणकक्ष, इंजेक्शन कक्ष, पैथोलोजी कक्ष, ओपीडी कक्ष, जनरल महिला व पुरुष वार्ड, टायलेट मेल व फीमेल, आपातकालीन कक्ष का निरीक्षण किया। डीएम ने निर्देश दिए कि आमजन की सुविधा के लिए प्रवेश द्वार पर नागरिक चार्टर प्रदर्शित किया जाए। सीसीटीवी के साथ पहुंच मार्गों की रोशनी, बड़े पैमाने पर अस्पताल का नाम प्रदर्शित किया जाए। प्रतीक्षालय में बैठने की पर्याप्त व्यवस्था/स्वास्थ्य संबंधी आईईसी और सुविधा संबंधी जानकारी प्रदर्शित करने के लिए एलसीडी का प्रयोग किया जाये। सभी खिड़कियों में तार की जाली लगायी जाये।
तीन वृद्ध निराश्रित मरीजों की जानी कुशलता, स्वस्थ होने पर भेजे वृद्धाश्रम।
डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने वार्ड के निरीक्षण के दौरान तीन वृद्ध निराश्रित मरीजों से मुलाकात कर कुशलता जानी। संवाद में पाया कि उनका हाल खबर लेने वाला घर परिवार में कोई नहीं है। इस पर डीएम ने सीएमओ डॉ संतोष गुप्ता को निर्देश दिए की स्वस्थ होने के उपरांत जिला समाज कल्याण अधिकारी से समन्वय कर तीनों वृद्धजन को वृद्धश्रम भिजवाए। समाचार लिखे जाने तक समाज कल्याण विभाग द्वारा तीनों वृद्धजनों को वृद्ध आश्रम शिफ्ट कर दिया गया।
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