सांप्रदायिकता से नहीं उभर रही भाजपा, देवेन्द्र फडणवीस के रूदन में मुसलमान फैक्टर, विधानसभा चुनाव से पहले जनादेश यात्रा पर निकलेंगे महाराष्ट्र के नेता | New India Times

नरेन्द्र कुमार, ब्यूरो चीफ़, जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:

लोकसभा चुनाव नतीजों में महाराष्ट्र भाजपा को महाविकास आघाड़ी से मिली करारी हार का सांख्यिकीय ब्योरा पेश करते हुए भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने मुसलमान फैक्टर को एक कारण बताया। जिस देश का प्रधानमंत्री चुनावी मंच से मुसलमान, मंगलसूत्र, पाकिस्तान, भैंस, मुजरा, हिंदुओं की संपत्ति को मुसलमानों में बांटने और किसी का छीनकर आरक्षण देने जैसी नफरती बात करता हो वहा उनकी पार्टी के वजीर से जनता क्या उम्मीद कर सकती है? फ़ैजाबाद अयोध्या सीट पर भाजपा को हराकर देश की जनता ने हिंदू-मुसलमान वाली सांप्रदायिक राजनीति को सिरे से नकारा है। महाराष्ट्र मे कुल 48 मे भाजपा को मात्र 09 सीटे मिली है 2019 के मुकाबले पार्टी को 14 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा है। उनकी सहयोगी शिवसेना (एकनाथ शिंदे) के 7 में से 4 लोग कहीं न कहीं मराठा आरक्षण आंदोलन के कारण चुनकर आए हैं।

कांग्रेस प्रणीत महाविकास आघाड़ी को 31 सीटें मिली है। भाजपा को मिली हार की ज़िम्मेदारी स्वीकारने वाली फडणवीस के स्क्रिप्ट की शिवसेना (UBT) नेता संजय राऊत ने हवा निकाल दी है। सितंबर में राज्य विधानसभा के चुनाव होने हैं, खबर यह है कि दिल्ली से वापिस महाराष्ट्र भेजे गए फडणवीस के नेतृत्व में भाजपा जनादेश यात्रा निकलेगी। संविधान बदलने पर अविधान, उद्यमशीलता के जवाब में कमी, विशेष समुदाय से शुरू कर मालेगांव मध्य से कांग्रेस को मुसलमानों के मिले 1 लाख 94 हजार वोटोउ के कारण धूलिया सीट पर भाजपा की हुई शिकस्त। इन तमाम छोटी छोटी मगर मोटी बातों के साथ साथ आंकड़ों की बाज़ीगरी कर हार को अमान्य करने की चालाकी में माहिर फडणवीस ने कार्यकर्ताओ में जोश भरने का प्रयास किया। कुल वोट प्रतिशत में कांग्रेस गठबंधन को भाजपा से 1.5% वोट अधिक मिला है जिसे फडणवीस 0.3% बता रहे हैं।

बहुजन मराठा नेता का अभाव-मराठा, धनगर, लिंगायत, मुस्लिम, ओबीसी आरक्षण को लेकर की गई अवसरवादी राजनीति के कारण फडणवीस के प्रती ग्रामीण इलाको की जनता में असंतोष की भावना आज भी तीव्र है। प्रदेश भाजपा का नेतृत्व कर सके ऐसे एक भी प्रभावी बहुजन मराठा नेता को भाजपा में बढ़ावा नहीं दिया गया। 2019 महा जनाशिर्वाद यात्रा से 123 से 105 पर आई भाजपा इस बार जनादेश यात्रा 2024 के बाद कितने सीटों तक सिमटती है यह देखना दिलचस्प होगा।


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By nit

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