संविधान नहीं बचा तो हमारा भविष्य तबाह हो जाएगा: शरद पवार | New India Times

नरेन्द्र कुमार, ब्यूरो चीफ़, जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:

संविधान नहीं बचा तो हमारा भविष्य तबाह हो जाएगा: शरद पवार | New India Times

संविधान नहीं बचा तो हमारा भविष्य तबाह हो जाएगा NCP (SP) के प्रमुख शरद पवार ने यह चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि देश में सब दूर स्थिती बदल रही है नई पीढ़ी को परिवर्तन चाहिए। जामनेर में इंडिया गठबंधन की ओर से आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन के पवार बोल रहे थे। पवार ने 1980 की स्मृतियों के आलोक में कहा जब हमने कपास यात्रा निकाली तब जामनेर ने भारी समर्थन दिया था।

सरकार में रहते हमने हर जिले में टेक्सटाइल पार्क खोलने का निर्णय लिया लेकिन हमारी सरकार जाने के बाद जलगांव में टेक्सटाइल पार्क क्यों नहीं खुल सका? प्रधानमंत्री इस मानसिकता से काम करते हैं मानो वो देश के नहीं बल्की भाजपा के प्रधानमंत्री हैं। PM नरेन्द्र मोदी उस नेहरू पर हमले कर रहे हैं जिन्हे हमारे बीच से जाकर साठ साल हो गए। जिस नेहरू ने देश की आज़ादी के लिए 11 साल की जेल काटी। वर्तमान पीढ़ी को नेहरू का योगदान पता नहीं और प्रधानमंत्री मोदी जी नेहरू पर गलत सलत तंज कस रहे है। बीते दस सालों में महंगाई के कारण आम जनता किस प्रकार से बदहाल हुई इसके बारे में बोलने के बजाय भाजपा मुझसे हिसाब मांग रही है।

राहुल ने भारत जोड़ो यात्रा निकालकर लोगों के बीच जा कर जनता के दुःखों को महसूस किया आप ने सत्ता में रहते क्या किया ऐसा सवाल पवार ने नरेन्द्र मोदी से पूछा। पवार के पुराने साथी और भाजपा नेता गिरीश महाजन को सार्वजनिक रूप से अपना मानस पुत्र कहने वाले ईश्वरलाल जैन ने हर बार की तरह पवार के प्रति स्वामिनिष्ठा को लेकर अपनी सफाई पेश की। जैन ने कहा दो साल से मैं राजनीति में सक्रिय नहीं मेरे तीन ऑपरेशन हो चुका है मेरा बेटा मनीष अजित पवार के साथ चला गया लेकिन मैं हमेशा शरद पवार के साथ था हूं और रहूंगा।

मंच पर रोहिणी खडसे, शिरीष चौधरी, सतीष पाटील, गुलाबराव देवकर, वंदना पाटील, संजय सावंत, संतोष चौधरी, अरुण गुजराथी, पारस ललवानी डी के पाटील, रावेर सीट के उम्मीदवार श्रीराम पाटील मौजूद रहे। इंडिया गठबंधन की विनिंग सीट रावेर किस प्रकार से फंस चुकी है इसके बारे में New India Time’s ने रिपोर्ट पेश कर चुकी है।क्षकल मिडिया से बात करते हुए शरद पवार ने अपने बयान में कहा था कि उनकी पार्टी का लक्ष्य महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है इस लिए लोकसभा की कम सीटो पर लड़ना उन्होने उचित समझा। पवार के इस बयान को उनके विधानसभा वाले बयान से जोड़कर देखने से काफ़ी कुछ साफ़ होता नज़र आएगा।


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