मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:

भीम आर्मी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दत्तू मेढे ने बताया कि ग्राम लोधीपुरा में बौद्ध समुदाय के लोग शमशान भूमि की मांग को लेकर चार दिन अनशन पर बैठे थे। उन्हें आश्वासन देकर उठा दिया गया था परंतु इस बार शासन प्रशासन में हलचल मच चुकी थी। अनशनकर्ताओं की हालत गंभीर होते जा रही थी।उनकी जान भी जा सकती थी, इस दौरान पुलिस हरकत में आ गई जिससे झूमा झटकी हो गई थी परंतु मौके पर एडिशनल एसपी, अपर कलेक्टर पहुंच कर मामले को संभाल लिया और विश्वास में लेकर अनशन तोड़ा गया। पुलिस प्रशासन को पूरा कापरेट किया, परंतु दबाव में इन पर मुकदमें कायम हो गए, जिसकी जानकारी एक भी कार्यकर्ता को नहीं थी। जैसे ही भनक लगी सब अपने-अपने बीवी बच्चे छोड़कर भागना शुरू कर दिया। आज उनके घर पर खाने को नहीं है। मोहल्ले में सन्नाटा पड़ा हुआ है। इसी के चलते हुए भीम आर्मी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दत्तू मेढ़ेजी ने कलेक्टर एवं एसपी के नाम एक पत्र लिख कर गरीब निर्धन दलित समुदाय पर बने मुकदमे वापस लेने के लिए निवेदन किया है। जन चर्चाओं के अनुसार इस आमरन अनशन के बहाने कुछ नेताओं ने अपनी सियासी दुकान भी चमका कर लाभ प्राप्त करने के समाचार जन चर्चाओं में हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार कतिपय नेताओं की चक्कर बाज़ी में बेचारे दलित समाज के निर्दोष लोग फंस गए। जिनकी लड़ाई दलित समाज के योद्धा एवं भीम आर्मी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दत्तू मेढे जी लड़ रहे हैं।
