रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी/पंकज बडोला, झाबुआ (मप्र), NIT:
हज के मुकद्दस सफर पर प्रदेश से 6 हजार 790 लोग जाएंगे मुम्बई स्थित सेंट्रल हज कमेटी ने रेन्डमाइज डिजिटल प्रक्रिया से कुर्रा का आयोजन किया। चयनित उम्मीदवारों को मैसेज के जरिए सूचना भेजी जा रही है।
जानकारी के अनुसार प्रदेश से 9147 लोगों ने हज यात्रा के लिए आवेदन किए थे सेंट्रल हज कमेटी ने सोमवार को सेंट्रल हज कमेटी के साथ ही कुर्रा अंदाजी के द्वारा यात्रा पर जाने वालों का चयन किया। यह प्रक्रिया उन प्रदेशों के लिए हुई जहां हज आवेदनों की संख्या तय कोटा से अधिक थी। प्रदेश में नौ हजार से अधिक आवेदनों में से 6790 लोगों का चयन हुआ है। 2397 को वेटिंग लिस्ट में रखा गया है।
खुशखबरी हज-2024
■ 19 अन्य राज्यों के हज यात्री भी सीधे जाएंगे हज।
■ 12 राज्यों में चयन के लिए होगी लाटरी।
देश के 19 अन्य राज्यों के भी हज यात्री सीधे हज करने जाएंगे। इसके अलावा देश के सिर्फ 12 राज्यों में ही हज यात्रियों के चयन के लिए लाटरी निकाली जाएगी। इस वर्ष भारत को मिले 1 लाख 75 हजार 25 सीटों में से 1 लाख 40 हजार 20 सीटें राज्य व केन्द्र शासित राज्यों की हज कमेटियों के हिस्से में आयी हैं।
बिना मेहरम 72 महिलाओं का यात्रा के लिए चुनाव
बिना मेहरम यात्रा पर जाने के लिए 72 महिलाओं का चुनाव हुआ है। बीते कुछ सालों से यह व्यवस्था शुरू हुई थी। इससे पहले किसी संबंधी के साथ ही महिलाओं को यात्रा पर जाने की अनुमति दी जाती थी।
पहली किस्त के रूप में जमा कराने होंगे 81 हजार रुपए
चुने गए प्रत्येक हजयात्री को पहली किस्त के रूप में 81 हजार रुपए जमा कराने हैं। सेट्रल हज कमेटी ने इसके लिए अकाउंट नंबर जारी किए हैं। किस्त जमा कराने 15 फरवरी अंतिम तारीख तय की गई है।
करीब तीन हजार आवेदन कम आए
पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष साल के इस्ता हजयात्रा की उम्मीदवारी करने वालों की संख्या में गिरावट आई है। करीब तीन हजार आवेदन इस बार कम आए हैं। हालांकि हज यात्रा के कोटे में बढ़ोत्तरी हुई है।
प्रक्रिया की जटिलताओं से कम हुए यात्री
ऑल इंडिया हज वेलफेयर सोसायटी के मोहम्मद तौफीक ने बताया कि हजयात्रा की प्रक्रिया के दौरान पिछले साल कई जटिलताएं रहीं। जिसमें कई यात्री परेशान हुए। दो इम्बारकेशन पाइंट के बीच चालीस से पचास हजार रुपए खर्च में अंतर रहा। रियाल एक्सचेंज को लेकर यात्रियों को परेशान होना पड़ा।
हज यात्रा पर कितना आता है खर्च
हज यात्रा 2024 के लिए राज्यों का कोटा तय होने के बाद कितने लोगों को हज यात्रा की अनुमति मिली है इसका एलान हो गया है। हज यात्रा पर जाने पर कितना खर्च आता है। कौन लोग हज यात्रा पर जा सकते हैं, इन तमाम सवालों का जवाब जानने के लिए पढ़े ये खबर-
सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का में हज यात्रा के लिए पहले रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है। यह रजिस्ट्रेशन राज्य की हज कमेटी करती है। हज बैतुल्लाह के लिए आवेदन करते समय पासपोर्ट साइज फोटो, आधार कार्ड, कोरोना वैक्सीन की दो खुराक का सर्टिफिकेट एक ग्रुप लीडर के बैंक खाते का कैंसिल चैक देना होता है।
कौन-कौन जा सकता है हज व दो तरह से जाते हैं हज
हज जाने के लिए मुस्लिम होना जरूरी है। महिलाओं के शरिया महराम को लेकर भी कुछ नियम हैं। फ्लाइट से जुड़े कुछ नियमों को भी पूरा करना पड़ता है। व हज यात्री दो तरह से हज जाते हैं। हज कमेटी की मदद से और प्राइवेट टूर के जरिए।
हज पॉलिसी से लाभ
हज पॉलिसी के तहत सरकार कुछ मदद मुहैया करवाती है। बैग, सूटकेस, छाता आदि सामान के लिए अब कोई शुल्क नहीं देना पड़ता।
कितना आता है खर्च
पूरी हज यात्रा में 40 दिन लगते हैं, इसमें 10 दिन मदीना में रहना पड़ता है अलग-अलग दिन अलग-अलग परम्पराओं का पालन करना पड़ता है। जबकि कुछ लोग तीन दिन के लिए हज जाते हैं। वे 8,9,10 के दिन हज यात्रा करते हैं। हज यात्रा पर औसतन 3 से 3.5 लाख रुपए देने पड़ते हैं। प्राइवेट हजयात्रा पर करीब 5 लाख रुपए का खर्च आता है। हज यात्रा वर्ष 2024 के लिए दो किस्तों में दो लाख 51 हजार रुपये जमा कराना होगा। अंतिम व तीसरी किस्त की राशि के बारे में हज कमेटी ऑफ इंडिया की ओर से बाद में जानकारी दी जाएगी। वर्ष 2023 में हज यात्रा पर एक हाजी का लगभग 3.60 लाख रुपये का खर्च आया था।
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