मनरेगा कार्य में जेसीबी मशीन का उपयोग, मज़दूरों को काम नहीं देते ग्राम पंचायत के नुमाइंदे | New India Times

मो. मुजम्मिल, जुन्नारदेव/छिंदवाड़ा (मप्र), NIT:

मनरेगा कार्य में जेसीबी मशीन का उपयोग, मज़दूरों को काम नहीं देते ग्राम पंचायत के नुमाइंदे | New India Times

ग्राम पंचायत बुधवारा के बोबदा नाला में निस्तारी तलाब का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। इस निर्माण कार्य में मजदूरों की जगह रातों रात जे.सी.बी मशीन से खुदाई करवाया गया। ग्राम पंचायत क्षेत्र में पलायन न हो इसलिए हितग्राही मूलक योजनाओं का संचालन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग करता है जहां गांव के लोगों को रोज़गार मुहैया कराना सरपंच सचिव और जीआरएस की प्रथमिकता है लेकिन जनपद पंचायत जुन्नारदेव की ग्राम पंचायतों में धड़ल्ले से जेसीबी मशीन कार्य करती है। यह सब अधिकारियों की मिलीभगत से चलता है। ग्राम पंचायत बुधवारा में निस्तारी तालाब 15 लाख रूपये की लागत से निर्मित है जिसमें काली मिट्टी डालकर (ओवर फ्लो) बेस्ट बेयर बनाया जाएं लेकिन जेसीबी मशीन से खुदाई करा के तालाब गहरी करण कराया गया। बुधवारा पंचायत में तीन तलाब निस्तारी तालाब निर्माण कार्य चालू है। जिसमें तीनों स्थानों पर जे.सी. बी मशीन से खुदवाई करवाया गया। अब ग्रामवासियों को रोजगार नहीं मिला तो पेट की खातिर लोगों को अन्यत्र काम करने जाता पड़ रहा है। ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव और जीआरएस उपयंत्री से सांठगांठ करके बेधड़क मनरेगा कार्य में जेसीबी का इस्तेमाल कर रहे हैं। रोज़गार सहायक अपने चहेते मज़दूरों की फर्ज़ी हाजरी तीनों जगह लगकर अनुचित लाभ पहुंचाता है। उपसरपंच मनीषा नागवंशी ने बताया कि पंचायत चुनाव के बाद से गांव में कौन कौन से निर्माण कार्य हुए हैं। इसकी जानकारी नहीं दी जाती वही मनमानी करते हुए मनरेगा कार्य में धांधली बरती जाती है।


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