फैज़ान खान, गुरुग्राम/नई दिल्ली, NIT:
महाराष्ट्र के पुणे में पेरेने नामक स्थान पर भीमा नदी के किनारे स्थित विजय स्तंभ को देखने के लिए नववर्ष शौर्य दिवस 2024 के मौके पर देश के कोने-कोने से लाखों लोग भीमा कोरेगाँव पहुंचे। इस बीच भीम सेना के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष नवाब सतपाल तंवर भी भीमा कोरेगाँव पहुंचे और उन्होंने 500 शूरवीर महार योद्धाओं को नमन किया। तंवर नववर्ष शौर्य दिवस की पूर्व संध्या पर फ्लाइट से पुणे पहुंचें और सरकारी गेस्ट हाउस में विश्राम किया।
पुणे पुलिस ने भीम सेना चीफ नवाब सतपाल तंवर को वीआईपी रास्ते से दाखिल कराकर और पुलिस प्रोटोकॉल देकर विजय स्तंभ तक पहुंचाया। विजय स्तंभ को नमन करने के बाद तंवर सीधे मुंबई के लिए रवाना हो गए। वहां वे भीम सेना के कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे और दक्षिण भारत में भीम सेना विस्तार करेंगे। सतपाल तंवर ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि भीमा कोरेगाँव का इतिहास देश का सबसे बड़ा स्वर्णिम इतिहास है जब 500 शूरवीर महार योद्धाओं ने 28 हजार पेशवा सैनिकों को काट कर भीमा नदी में बहा दिया था। देश भर में मनुवादी व्यवस्था को चुनौती देते हुए तंवर ने कहा कि वो समय नज़दीक है जब देश में शोषण के खिलाफ दलित भीमा कोरेगाँव जैसी क्रांति करेंगे।
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