जमशेद आलम, ब्यूरो चीफ, भोपाल (मप्र), NIT:
मप्र कांग्रेस कमेटी द्वारा निर्वाचन आयोग को चार अलग-अलग शिकायत सौंपते हुए प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष जे.पी. धनोपिया ने निर्वाचन आयोग से मांग की है कि मतगणना 3 दिसम्बर, 2023 को होना नियत है। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के सम्माननीय अध्यक्ष आदरणीय श्री कमलनाथ जी द्वारा पूर्व में भी चिंता व्यक्त की गई थी कि मतगणना दिनांक 3 दिसम्बर, 2023 को पोस्टल वोट की गणना में देरी होने से चुनाव परिणाम शीघ्र घोषित होना संभव नहीं है। पोस्टल वोट का चुनाव परिणाम शीघ्र अतिशीघ्र गिनती पूर्ण कर किया जाना आवश्यक है, विदित है कि 500 पोस्टल वोट की गणना एक टेबिल पर की जायेगी तथा प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में करीबन 1500-2000 तथा कई विधानसभा क्षेत्रों में अधिक पोस्टल वोट होने की संभावना है। प्रत्येक 500 पोस्टल वोट की गणना हेतु अलग-अलग टेबिल स्थापित कर गणना कर शीघ्र परिणाम घोषित किए जाए इस हेतु आयोग द्वारा आश्वासन दिया गया है कि पोस्टल वोट की मतगणना हेतु टेबिल की संख्या बढ़ाई जा रही है।
एक अन्य शिकायत में श्री धनोपिया ने कहा कि विधानसभा चुनाव के मतों की गणना हेतु मतगणना स्थल पर संबंधित निर्वाचन अधिकारियों द्वारा मतगणना परिसर में रिटर्निंग आफिसर की हैंडबुक के प्रावधान 15.4.4 के अनुसार प्रत्याशियों को मोबाईल अपने साथ ले जाने की अनुमति दी जावे जिससे कि प्रत्याशी को आवश्यकता पड़ने पर मोबाईल का उपयोग कर सकें जो कि न्यायोचित होगा। वहीं एक अन्य शिकायत में मतगणना अभिकर्ता को कैलकुलेटर ले जाना आपके किसी भी मैन्यूवल में प्रतिबंधित होना नहीं दर्शाया गया है एवं कैलकुलेटर में किसी भी प्रकार की फोटोग्राफी-वीडियों ग्राफी-आवाज रिकार्ड करने जैसी कोई सुविधा नहीं होती है, कैलकुलेटर मात्र अंकों की गणना हेतु उपयोग में लाया जाता है तथा आपकी चुनाव टीम द्वारा भी कैलकुलेटर का उपयोग किया जाता है तथा यदि कैलकुलेटर प्रतिबंधित है तब शासकीय स्तर पर भी मतगणना में केलकुलेटर का उपयोग नहीं किया जाना सुनिश्चित करने का कष्ट करें।
श्री धनोपिया ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र 227- गरोठ से अधिकृत कांग्रेस प्रत्याशी श्री सुभाष कुमार सोजतिया द्वारा आग्रह किया गया है कि दिनांक 3 दिसम्बर, 2023 को स्ट्रांग रूम से मतगणना स्थल तक ईवीएम मशीन को लाने हेतु निर्वाचन द्वारा नियुक्त कर्मचारियों के साथ उनके अभिकर्ता की उपस्थिति सुनिश्चित करने का कष्ट जिससे भविष्य में किसी प्रकार की आशंका उत्पन्न ना हो। निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त कर्मचारियों के साथ प्रत्याशी या उनके अभिकर्ता की उपस्थिति में ही स्ट्रांग रूम खोलने एवं इवीएम मशीन गणना स्थल पर ले जाने के अवसर पर उपस्थित रहने की स्थिति को सुनिश्चित करते हुए वीडियों ग्राफी किए जाने की अनुमति प्रदान की जावे।
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